महंगाई की पिच पर सोने की धुआंधार बैंटिंग, अप्रैल में भी टूट रहे रिकॉर्ड
- Gold Price Review: महंगाई की पिच पर सोना धुआंधर बैटिंग कर इस साल धमाल मचा रहा है। इस साल सोना 17613 रुपये महंगा हो चुका है। जबकि, चांदी में 6912 रुपये प्रति किलो की तेजी आई है।
Gold Price Review: महंगाई की पिच पर सोना धुआंधर बैटिंग कर इस साल धमाल मचा रहा है। घरेलू मार्केट में सोना इस साल अब तक 23% उछल चुका है। सिर्फ अप्रैल में ही 5% की बढ़त हुई है। सोने के रेट में उछाल पर एक्सपर्ट्स कहते हैं कि जब तक दुनिया में उथल-पुथल है, सोना चमकता रहेगा।
एमसीएक्स गोल्ड का जून 5 कॉन्ट्रैक्ट पिछले शुक्रवार (11 अप्रैल) को ₹93,940 प्रति 10 ग्राम के ऑल-टाइम हाई पर पहुंच गया। हालांकि, क्लोजिंग में यह थोड़ा सिमटकर ₹93,887 पर रुका। वहीं, देश में भी सोना जमकर चमका। कॉमेक्स गोल्ड $3,254.90 प्रति ट्रॉय औंस पर बंद हुआ, जो 2.44% का उछाल है। यहां भी सोना $3,263 के रिकॉर्ड लेवल को छू गया था।
बता दें 1 अप्रैल को सोना ऑल टाइम हाई 91115 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया। इसके बाद 11 अप्रैल को 93353 के नए शिखर पर पहुंच गया। जबकि, 28 मार्च को सोना नए शिखर 89306 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंचा था और चांदी 100934 रुपये प्रति किलो को टच की थी।
एक ही दिन में 3192 रुपये उछला
घरेलू सर्राफा बाजार की बात करें तो शुक्रवार को सोना 3192 रुपये उछलकर 93353 रुपये के नए ऑल टाइम हाई पर पहुंच गया। जबकि, चांदी भी इस दिन 2566 रुपये की उड़ान भरकर 92929 रुपये पर पहुंच गई। अगर जीएसटी जोड़ लें तो सोने का भाव 96000 रुपये प्रति 10 ग्राम के पार चला गया है।
इस साल 17613 रुपये महंगा हुआ सोना
आईबीजेए के आंकड़ों को देखें तो इस साल सोना 17613 रुपये महंगा हो चुका है। जबकि, चांदी में 6912 रुपये प्रति किलो की तेजी आई है। 31 दिसंबर 24 को सोना 76045 रुपये प्रति 10 के रेट से खुला था और चांदी 85680 रुपये प्रति किलो से। इस दिन सोना 75740 रुपये पर बंद हुआ। चांदी भी 86017 रुपये प्रति किलो पर बंद हुई थी। 31 जनवरी 2025 को सोना 82165 रुपये प्रति 10 ग्राम पर था।
इस साल सोने में तेजी के पीछे क्या है वजह
1. ट्रेड वॉर का डर: अमेरिका और चीन के बीच टेंशन ने सोने को हवा दी है। ट्रंप ने चीन पर 145% का टैरिफ लगाया, तो चीन ने भी जवाबी टैरिफ बढ़ाए। दोनों देशों की लड़ाई से ग्लोबल इकोनॉमी की चिंता बढ़ी है। ऐसे में निवेशक "सुरक्षित" माने जाने वाले सोने की ओर भाग रहे हैं।
2. अमेरिकी इकोनॉमी की चिंता: ट्रंप के टैरिफ से अमेरिका में मंदी का खतरा बताया जा रहा है। अगर ऐसा हुआ, तो फेड रेट कट कर सकता है। रेट कट से सोना और चमकता है।
3. डॉलर की कमजोरी: डॉलर इंडेक्स 100 के नीचे आ गया है, जो सोने के लिए अच्छी खबर है। डॉलर गिरने से दूसरे करेंसी वालों को सोना सस्ता लगता है, इसलिए डिमांड बढ़ती है।
आगे क्या होगा?
एक्सपर्ट्स मानते हैं कि सोने की रैली जारी रह सकती है। एचडीएफसी सिक्योरिटिज के अनुज गुप्ता कहते हैं, "ट्रेड वॉर, डॉलर की गिरावट और फेड की रेट कट की उम्मीद से सोना और बढ़ेगा। 2025 तक इंटरनेशनल प्राइस $3,300–$3,500 और घरेलू बाजार में ₹97,000 प्रति 10 ग्राम तक पहुंच सकता है।"
एलकेपी सिक्योरिटिज के जतिन त्रिवेदी के मुताबिक, सोना अब ₹94,500–₹95,000 के रेजिस्टेंस को टेस्ट कर सकता है। सपोर्ट ₹92,000 पर है। उनका कहना है कि टैरिफ जंग के अपडेट और ग्लोबल डेटा पर नजरें बनी रहेंगी।