couple expert in rifle firing surrendered before police in kabirdham chhattisgarh told the reason पति-पत्नी दोनों नक्सली, रायफल चलाने में एक्सपर्ट कपल के सिर पर था 7 लाख का इनाम, बताया क्यों कर दिया सरेंडर, Chhattisgarh Hindi News - Hindustan
Hindi Newsछत्तीसगढ़ न्यूज़couple expert in rifle firing surrendered before police in kabirdham chhattisgarh told the reason

पति-पत्नी दोनों नक्सली, रायफल चलाने में एक्सपर्ट कपल के सिर पर था 7 लाख का इनाम, बताया क्यों कर दिया सरेंडर

छत्तीसगढ़ के कबीरधाम जिले में नक्सली पति-पत्नी ने सरेंडर कर दिया है। दोनों पर कुल सात लाख रुपए का इनाम था। रायफल चलाने में एक्सपर्ट कपल ने बताया सरेंडर का कारण।

Mohammad Azam लाइव हिन्दुस्तान, रायपुरThu, 24 April 2025 03:30 PM
share Share
Follow Us on
पति-पत्नी दोनों नक्सली, रायफल चलाने में एक्सपर्ट कपल के सिर पर था 7 लाख का इनाम, बताया क्यों कर दिया सरेंडर

छत्तीसगढ़ के कबीरधाम जिले में सात लाख रुपए के इनामी नक्सली कपल ने सुरक्षाबलों के सामने सरेंडर कर दिया है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जिले में रमेश उर्फ आटम गुड्डू (29) और उसकी पत्नी सविता उर्फ लच्छी पोयम (21) ने आज सुरक्षाबलों के सामने सरेंडर कर दिया। मिली जानकारी के अनुसार, दोनों रायफल साथ रखते थे और उसे चलाने में एक्सपर्ट भी थे। अब दोनों सरेंडर करने का कारण भी बताया है।

इस मामले की जानकारी देते हुए अधिकारियों ने बताया कि रमेश के सिर पर पांच लाख रुपए और सविता पर दो लाख रुपए सहित कुल सात लाख रुपए का इनाम है। उन्होंने बताया कि आत्मसमर्पित नक्सली रमेश महाराष्ट्र—मध्यप्रदेश—छत्तीसगढ़ :एमएमसी: जोन के अंतर्गत गोंदिया—राजनांदगांव—बालाघाट :जीआरबी: डिवीजन कमेटी का सक्रिय सदस्य था। वहीं उसकी पत्नी सविता टांडा एरिया कमेटी की सदस्य के रूप में कार्यरत थी। अब दोनों ने सरेंडर कर दिया है।

अधिकारियों ने बताया कि दोनों पिछले आठ वर्षों से एमएमसी क्षेत्र में सक्रिय रहकर नक्सली गतिविधियों में शामिल थे। वर्ष 2019 में भोरमदेव थाना क्षेत्र के अंतर्गत बकोदा गांव के जंगल में हुई मुठभेड़ में रमेश घायल हुआ था। उन्होंने बताया कि संगठन में रहते हुए रमेश 12 बोर बंदूक का उपयोग करता था और सविता आठ एमएम राइफल रखती थी। दोनों रायफल चलाने में एक्सपर्ट थे। दोनों ने सुरक्षाबलों के सामने सरेंडर कर दिया है और सरेंडर करने का कारण भी बताया है।

क्यों कर दिया सरेंडर?

दोनों पति-पत्नी के सरेंडर की जानकारी देते हुए अधिकारियों ने बताया कि दोनों ने संगठन में हो रहे आंतरिक संघर्ष, अमानवीय व्यवहार, स्थानीय आदिवासियों पर हो रहे अत्याचार तथा जंगल में कठिन जीवन से त्रस्त होकर आत्मसमर्पण करने का फैसला किया। उन्होंने बताया कि आत्मसमर्पण और पुनर्वास नीति के तहत नक्सली दंपती को 25-25 हजार रूपए नकद प्रदान किया गया है। उन्हें शासन की पुनर्वास नीति के अनुसार अन्य सुविधाएं भी दी जाएंगी।

लेटेस्ट   Hindi News ,    बॉलीवुड न्यूज,   बिजनेस न्यूज,   टेक ,   ऑटो,   करियर , और   राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।