छत्तीसगढ़ के घोर नक्सली इलाके में ITBP को बड़ी सफलता, हाईवे निर्माण के लिए किया ये बड़ा काम
अबूझमाड़ क्षेत्र नारायणपुर में लगभग 4,000 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है और सुरक्षा एजेंसियां व छत्तीसगढ़ प्रशासन इसे नक्सली संगठनों का गढ़ मानते हैं, क्योंकि इस इलाके में मौजूद घने जंगल नक्सलियों के छिपने के काम आते हैं।

भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए छत्तीसगढ़ के धुर नक्सली क्षेत्र अबूझमाड़ के नेलांगुर में हाईवे निर्माण के लिए पांचवां और अंतिम अग्रिम बेस स्थापित कर लिया। इस बेस की स्थापना के बाद यह छत्तीसगढ़ का यह घोर नक्सली प्रभाव वाला क्षेत्र महाराष्ट्र से जुड़ जाएगा, जिससे कि पहली बार इस इलाके में राजमार्ग के निर्माण का काम शुरू हो सकेगा। इस बारे में जानकारी देते हुए अधिकारियों ने पीटीआई को बताया कि नारायणपुर जिले में नेलांगुर बेस की स्थापना बुधवार को अर्धसैनिक बल द्वारा की गई।
ITBP ने पहला बेस मोहंदी में स्थापित किया, उसके बाद कोडलियार, कुतुल, बेदमकोटी, पदमकोट और अब आखिरी बेस नेलांगुर में स्थापित किया है। अधिकारियों का कहना है कि, 'छत्तीसगढ़ के वामपंथी उग्रवाद प्रभावित क्षेत्र में सिर्फ तीन महीने में ही इतनी संख्या में सीओबी स्थापित कर दिए गए। यह किसी भी सुरक्षा बल द्वारा इसके लिए लिया गया सबसे कम समय है। नारायणपुर जिला छत्तीसगढ़ के पश्चिमी भाग में है और महाराष्ट्र सीमा से लगभग एक किलोमीटर दूर है।
अबूझमाड़ क्षेत्र नारायणपुर में लगभग 4,000 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है, और प्रतिबंधित नक्सली संगठन भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) का गढ़ माना जाता है, क्योंकि इस इलाके में मौजूद घने जंगल नक्सलियों के छिपने के बहुत काम आते हैं। अधिकारियों का कहना है कि लगभग 40 किलोमीटर के इस इलाके में बड़ी संख्या में नक्सलियों की उपस्थिति देखी गई है और पश्चिम बस्तर संभाग, उत्तर बस्तर संभाग, माड़ संभाग आदि के नेताओं और कार्यकर्ताओं की गतिविधियां देखी गई हैं।
एक वरिष्ठ अधिकारी ने इस बारे में जानकारी देते हुए कहा, 'इन नए बेस कैम्प के साथ नारायणपुर और यहां तक कि इसके निकटवर्ती कोंडागांव जिले से महाराष्ट्र तक पहुंच आसान हो जाएगी। ये रास्ते इन इलाकों के विकास के लिए सुरक्षा बलों और विकास एजेंसियों के लिए बेहतर पहुंच मार्ग प्रशस्त करेंगे। यह क्षेत्र पिछले चार दशकों से नक्सलियों के चंगुल में है।'
आईटीबीपी अब राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 130डी के निर्माण के लिए महत्वाकांक्षी 'भारतमाला' सड़क नेटवर्क परियोजना पर काम करने वाले ठेकेदारों और मजदूरों को सुरक्षा प्रदान करेगी। अधिकारियों ने बताया कि यह काम क्षेत्र में सुरक्षा शून्यता के कारण लंबित था।
इसके अलावा, सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) भी महाराष्ट्र के गढ़चिरौली जिले तक पहुंचने के लिए नारायणपुर के उत्तरी भाग में ऐसे सीओबी खोल रहा है, जिससे बेहतर संचार और सड़क नेटवर्क खुलेंगे। आईटीबीपी को 2009 से छत्तीसगढ़ में नक्सल विरोधी अभियान चलाने के लिए तैनात किया गया है। बल को सबसे पहले राजनांदगांव जिले में तैनात किया गया था, उसके बाद 2015 में नारायणपुर और कोंडागांव जिलों में तैनात किया गया।
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