पहलगाम हमले के बाद राफेल और सुखोई का ‘आक्रमण’ अभ्यास', तैयारी में जुटी भारतीय वायु सेना
भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच भारतीय वायु सेना ने बड़ी तैयारी शुरू कर दी है। गुरुवार को वायुसेना ने राफेल और सुखोई-30 को अपने बेड़े में शामिल कर आक्रमण अभ्यास शुरू किया है।

Pahalgam Terror Attack: पहलगाम हमले को लेकर भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया है। भारत ने आतंकवाद पर पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी देते हुए एक के बाद एक कड़े फैसले लिए हैं। इस बीच सीमा पर भी तनाव बढ़ता जा रहा है। प्रधानमंत्री मोदी ने गुरुवार को कड़े शब्दों में संदेश देते हुए आतंकवाद के बचे हुए अंश को भी मिट्टी में मिलाने की बात कही है। वहीं भारत की तरफ से बड़ी कार्रवाई के आशंका के बीच पाकिस्तानी सेना ने सीमा पर अपने सैनिकों की तैनाती भी बढ़ा दी है। इन सब के बीच गुरुवार को भारतीय वायुसेना ने ‘आक्रमण’ अभ्यास शुरू कर दिया है।
सूत्रों के मुताबिक भारतीय वायुसेना मैदानी और पहाड़ी इलाकों सहित विभिन्न इलाकों में ऑपरेशन के लिए जटिल जमीनी हमले का अभ्यास कर रही है। इस अभ्यास का नेतृत्व राफेल लड़ाकू विमान कर रहे हैं। खबरों के मुताबिक इस अभ्यास पर वायुसेना मुख्यालय की कड़ी निगरानी है। भारतीय वायुसेना के टॉप गन पायलट प्रशिक्षकों की निगरानी में इस अभ्यास में हिस्सा ले रहे हैं।
जमीनी हमलों का अभ्यास
‘आक्रमण’ अभ्यास पर जानकारी देते हुए रक्षा सूत्रों ने बताया, "अत्याधुनिक तकनीक वाले लड़ाकू विमान जमीनी हमले और इलेक्ट्रॉनिक युद्ध अभ्यास से जुड़े जटिल मिशनों को अंजाम दे रहे हैं।" उन्होंने बताया कि भारतीय वायुसेना की संपत्तियों को पूर्वी हिस्से सहित कई एयरबेसों से स्थानांतरित किया गया है। बता दें कि भारतीय वायुसेना दक्षिण एशियाई क्षेत्र में दुनिया के किसी भी देश से कहीं आगे है। भारत के बेड़े में मेटियोर एयर टू एयर मिसाइल और रैम्पेज और रॉक्स जैसी लंबी दूरी की हाई स्पीड लो ड्रैग मिसाइल भी शामिल हैं।
तैयार है राफेल लड़ाकू विमान
गौरतलब है कि फरवरी 2019 में पुलवामा हमले के बाद एयरस्ट्राइक में भारतीय वायुसेना ने अहम भूमिका निभाई थी। 2019 में हुए एयरस्ट्राइक के लिए भारतीय वायु सेना ने मिराज 2000 लड़ाकू जेट का इस्तेमाल किया था। इसके बाद से भारतीय वायुसेना ने अपने बेड़े में राफेल लड़ाकू विमान को भी जोड़ लिया है। वहीं भारत के पास S-400 वायु रक्षा प्रणाली भी है जो दुश्मनों के खिलाफ बेहद प्रभावी हो सकते हैं।