36 साल की उम्र में भी रन चेज में विराट कोहली जैसा कोई नहीं, खुद बताया सफलता का राज
- विराट कोहली ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 84 रनों की दमदार पारी खेलने के बाद कहा है कि व्यक्तिगत उपलब्धियां उनके लिए मायने नहीं रखती है। कोहली जारी टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले तीसरे बल्लेबाज बन गए हैं।

भारतीय टीम के स्टार बल्लेबाज और चैंपियंस ट्रॉफी के पहले सेमीफाइनल के ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ विराट कोहली ने कहा कि व्यक्तिगत उपलब्धियां मेरे लिये मायने नहीं रखती। ऑस्ट्रेलिया को हराने के बाद संवाददाता सम्मेलन में विराट कोहली ने कहा कि पाकिस्तान के खिलाफ पिछले मैच जैसा ही प्रदर्शन था। उन्होंने कहा कि मैं बस परिस्थिति के हिसाब से खेलना चाहता था क्योंकि इस पिच पर साझेदारी बेहद जरूरी थी। मैंने हड़बड़ी नहीं दिखाई। मैंने जो सिंगल्स लिए, वही मेरे लिए सबसे संतोषजनक हिस्सा था। मैं अपने खेल से खुश था।
उन्होंने कहा कि जब एक बल्लेबाज के तौर पर गैप निकालने में सक्षम होते हैं तब बात कुछ और होती है। अगर हाथ में विकेट शेष हों तो रन रेट मायने नहीं रखता क्योंकि विपक्षी टीम को भी पता होता है कि मैच जीतने के लिए विकेट ही जरूरी है।
विराट ने अपनी फॉर्म को लेकर सवाल के जवाब में कहा कि मुझे नहीं पता। यह आप लोगों पर निर्भर करता है कि आप इसे किस तरह आंकते हैं। मैंने कभी इन चीजो पर ध्यान नहीं दिया। टीम के लिए मैच जीतना सबसे जरुरी है, व्यक्तिगत उपलब्धियां मेरे लिए मायने नहीं रखतीं और मैंने अपने पूरे करियर में यही किया है।
भारत की जीत के साथ ही यह भी तय हो गया कि चैंपियंस ट्रॉफी का फाइनल नौ मार्च को दुबई में ही खेला जाएगा, जिसमें भारत का सामना दक्षिण अफ्रीका या न्यूजीलैंड से होगा। अगर ऑस्ट्रेलिया जीतती तो फाइनल लाहौर में खेला जाना था। आस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए स्टीव स्मिथ (73) और एलेक्स कैरी (61) के अर्धशतकों के दम पर 48 . 1 ओवर में 264 रन बनाये जिसके जवाब में भारत ने 11 गेंद बाकी रहते लक्ष्य हासिल कर लिया । ‘प्लेयर आफ द मैच’ कोहली ने 98 गेंद में पांच चौकों की मदद से 84 रन बनाए।