विराट कोहली के टेस्ट संन्यास से मोहम्मद कैफ भी हैरान, BCCI के रोल पर क्या बोले?
विराट कोहली के इंग्लैंड दौरे से पहले अचनाक टेस्ट से संन्यास का मामला सुर्खियों में है। दिग्गज क्रिकेटर ने ऐस क्यों किया? उनका अपना फैसला था या उन्हें इसके लिए मजबूर किया गया? तमाम सवाल उठ रहे हैं। इस बीच मोहम्मद कैफ ने कहा है कि कोहली को बीसीसीआई से सपोर्ट नहीं मिला।

भारत और पाकिस्तान के बीच जब तनाव चरम पर था, उसी दौरान आधुनिक क्रिकेट के किंग विराट कोहली ने टेस्ट से अचानक संन्यास ले लिया। उनके रिटायरमेंट की खबर कहीं न कहीं भारत-पाक तनाव के शोर में दब गई। लेकिन अब जब दोनों पड़ोसियों में तनाव कम हो चुका है, विराट कोहली के संन्यास पर चर्चा भी जोर पकड़ रही है। सवाल भी उठ रहे हैं। पूर्व क्रिकेटर मोहम्मद कैफ ने कोहली के चौंकाने वाले फैसले के लिए बीसीसीआई और मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर से उन्हें अपेक्षित समर्थन नहीं मिलने को जिम्मेदार बताया है।
कैफ का कहना है कि विराट कोहली तो इंग्लैंड दौरे की योजना बना रहे थे जो 20 जून से शुरू हो रहा है। दौरे के लिए टीम चयन के लिए चयनकर्ताओं की बैठक होती, उससे पहले ही उन्होंने टेस्ट से संन्यास का ऐलान कर दिया। कैफ के मुताबिक, कोहली तो ऑस्ट्रेलिया दौरे से लौटने के बाद फरवरी में घरेलू क्रिकेट भी खेला। रणजी ट्रॉफी का मैच खेला। जाहिर है वह इंग्लैंड दौरे और आगे की तैयारी कर रहे थे। लेकिन संभवतः उन्हें अजीत अगरकर की अगुआई वाली चयन समिति से समर्थन नहीं मिला। उन्हें यह संकेत दिया गया कि अब टेस्ट मैच में आपकी जगह नहीं है।
एक मीडिया आउटलेट से बातचीत में कैफ ने कहा, ‘मैं समझता हूं कि वह इस फॉर्मेट में खेलना जारी रखना चाहते थे। बीसीसीआई के बीच कुछ अंदरूनी बातचीत हुई होगी। चयनकर्ताओं ने पिछले 5-6 साल के उनके फॉर्म का हवाला देते हुए उनसे कहा होगा कि टीम में अब उनकी कोई जगह नहीं है। हमें कभी पता नहीं चलेगा कि आखिर में हुआ क्या था, पर्दे के पीछे वास्तव में क्या हुआ था उसका अनुमान लगाना बहुत मुश्किल है।’
एनडीटीवी ने कैफ के हवाले से लिखा है. 'आखिरी समय में (इंग्लैंड दौरे से पहले) फैसला, उनका रणजी ट्रॉफी में खेलना...मैं निश्चित तौर पर मानता हूं कि वह आने वाले टेस्ट मैच खेलना चाहते हैं। पिछले कुछ हफ्ते के घटनाक्रम के बाद उन्हें बीसीसीआई और चयनकर्ताओं से वैसा सपोर्ट नहीं मिला जैसा वह चाहते थे।'