चीन के बाद ट्रंप को यूरोपीय संघ से भी मिला करारा झटका, अमेरिका से भारी टैरिफ वसूलेंगे 27 देश
- अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भले ही अपने टैरिफ कार्ड को लेकर आश्वस्त नजर आ रहे हों, लेकिन चीन के बाद अब यूरोपीय देशों ने भी अमेरिका को करारा झटका दिया है। ऐसे में अमेरिकी उपभोक्ताओं की मुश्किलें और बढ़ सकती है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के टैरिफ धमाके के बाद से पूरी दुनिया में ट्रेड वॉर ने दस्तक दे दी है। अमेरिका के 104 फीसदी टैरिफ लगाने की घोषणा के बाद बुधवार को चीन ने करारा प्रहार करते हुए अमेरिकी उत्पादों पर 84 फीसदी टैरिफ लगाने का ऐलान कर दिया है। इस बीच यूरोपीय संघ ने भी अमेरिका को झटका देते हुए कई अमेरिकी उत्पादों पर जवाबी शुल्क लगाने की घोषणा कर दी है।
डोनाल्ड ट्रंप द्वारा पिछले महीने स्टील और एल्युमीनियम निर्यात पर लगाए गए 25 प्रतिशत शुल्क के जवाब में यूरोपीय देशों ने लगभग 23.2 बिलियन डॉलर के अमेरिकी सामानों पर टैरिफ लगाने का ऐलान किया है। बुधवार को EU के 27 सदस्य देशों में से अधिकांश ने इस फैसले के पक्ष में अपना मत दिया। जानकारी के मुताबिक इनमें से कुछ उत्पादों पर अप्रैल के मध्य से नए शुल्क वसूले जाएंगे जबकि अन्य सूची मई के मध्य में प्रभाव में लाई जाएगी। वहीं ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार तीसरी सूची इस साल के अंत में 1 दिसंबर से प्रभावी होगी।
सूची में कौन से उत्पाद?
खबरों के मुताबिक टैरिफ राजनीतिक रूप से संवेदनशील अमेरिकी राज्यों को लक्षित करेंगे और इसमें लुइसियाना से सोयाबीन जैसे उत्पाद शामिल किए गए हैं। साथ ही हीरे, कृषि उत्पाद, पोल्ट्री और मोटरसाइकिल जैसे उत्पादों को भी यूरोपीय संघ ने टैरिफ के दायरे में शामिल किया है। बता दें कि लक्षित वस्तुओं में से अधिकांश पर 25 प्रतिशत टैरिफ लगाने की योजना है। वहीं कुछ श्रेणियों पर 10 प्रतिशत शुल्क लगाया जा सकता है।
शराब सूची से बाहर
हालांकि यूरोप ने शराब को इस सूची से बाहर रखा है। इससे पहले ट्रंप ने फ्रांस और अन्य जगहों से आने वाले शराब, शैंपेन और अन्य मादक पेय पदार्थों पर 200 प्रतिशत शुल्क लगाने की चेतावनी दी थी। इन्हीं आशंकाओं को मद्देनजर रखते हुए बॉर्बन व्हिस्की को ब्लॉक की सूची से हटा दिया गया है।
चीन ने दी है चेतावनी
इस बीच चीन और अमेरिका के बीच तनातनी बढ़ती हुई नजर आ रही है। चीनी वित्त मंत्रालय ने बुधवार को घोषणा की है कि वह सभी अमेरिकी उत्पादों पर 84 प्रतिशत का अतिरिक्त टैरिफ लगा रहा है। मंत्रालय ने कहा कि यह जवाबी टैरिफ 10 अप्रैल से लागू होंगे। वहीं अमेरिका ने चीन के इस ऐलान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। अमेरिका के रक्षा मंत्री पीट हेगसेथ ने एक बयान में कहा है कि अमेरिका चीन के साथ युद्ध नहीं चाहता लेकिन अमेरिका में चीनी खतरों को रोकने के लिए कड़ी कार्रवाई करेगा। वहीं अमेरिकी ट्रेजरी सचिव स्कॉट बेसेंट ने चीन द्वारा घोषित टैरिफ को दुर्भाग्यपूर्ण बताया है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।