डैम के ऊपर क्षेत्र में डेढ़ साल से निषेधाज्ञा, खूबसूरती का दीदार किये बगैर लौट रहे पर्यटक
चांडिल डैम के विस्थापितों के आंदोलन को देखते हुए करीब डेढ़ साल पहले प्रशासन ने एक आदेश जारी कर चांडिल डैम पर धारा लगा है पर्यटक

चांडिल, संवाददाता। चांडिल डैम के विस्थापितों के आंदोलन को देखते हुए करीब डेढ़ साल पहले प्रशासन ने एक आदेश जारी कर डैम पर धारा-144 लगा दी थी। उसके बाद से ही डैम के ऊपर पर्यटकों की आवाजाही पर रोक लगी है। डैम के ऊपर निषेधाज्ञा लगाने एवं फाटक बंद होने से पर्यटक डैम की खूबसूरत वादियों का दीदार करने से वंचित हो रहे हैं। निषेधाज्ञा हटाने को लेकर चांडिल बांध मत्स्यजीवी स्वावलंबी सहकारी समिति ने विभाग से कई बार गुहार लगाई, पर नतीजा सिफर रहा।
खोखला साबित हो रहा सरकार का दावा : सरकार पर्यटन के विकास को लेकर तमाम तरह के दावे करती है, पर यह दावा धरातल पर खोखला साबित हो रहा है। डैम परिसर में लगी अधिकतर स्ट्रीट लाइट पिछले कई माह से खराब पड़ी हुई है। इस कारण शाम ढलने के साथ ही डैम परिसर में अंधेरा छा जाता है।
पयटकों के स्वागत में जुटा समिति :नववर्ष में पर्यटकों के आगमन को लेकर समिति खास इंतजाम करने में जुट गई है। बोट की पेंटिंग एवं मरम्मत करने का काम शुरू कर दिया गया है। पर्यटकों को असुविधा नहीं हो इसके लिए सारी तैयारी की जा रही है। इधर, वर्ष के अंतिम माह के पहुंचने के साथ ही पर्यटकों का चांडिल डैम आना शुरू हो गया है।
डैम के ऊपर फाटक बंद रहने से पर्यटक डैम की खूबसूरती का आनंद नहीं उठा पा रहे हैं। वह मायूस होकर लौट जा रहे हैं। विधायक सविता महतो एवं सरकार इसे गंभीरता से लेने के साथ नववर्ष के आगमन को देखते हुए नौका विहार स्थल पर सोलर लाइट लगाने की व्यवस्था करे।
नारायण गोप, अध्यक्ष, चांडिल बांध मत्स्यजीवी स्वावलंबी सहकारी समिति
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