जमशेदपुर में रेलवे की जमीन पर गरजा बुलडोजर; जगरनाथ मंदिर के पीछे गिराए गए मकान-दुकान
टाटानगर रेलवे इंजीनियरिंग विभाग ने बुधवार को कीताडीह इमामबाड़ा के पास और खासमहल जगरनाथ मंदिर के पीछे अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया। 21 कच्चे-पक्के मकान एवं दुकानों को ध्वस्त कर दिया गया।

झारखंड के जमशेदपुर से बुलडोजर एक्शन की खबर सामने आई है। टाटानगर रेलवे इंजीनियरिंग विभाग ने बुधवार को कीताडीह इमामबाड़ा के पास और खासमहल जगरनाथ मंदिर के पीछे अतिक्रमण हटाओ अभियान चलाया। सुबह साढ़े 10 बजे से दोपहर 2.40 बजे तक 21 कच्चे-पक्के मकान एवं दुकानों को ध्वस्त कर दिया गया।
कीताडीह में 18 और खासमहल में तीन मकान तोड़ दिए। रेलवे अभियान का किसी ने विरोध नहीं किया, बल्कि दुकान व मकानों से सामान लेकर दूसरी जगह चले गए थे। बुलडोजर चलने से अन्य ऐसी बस्तियों में भी हड़कंप है, जहां ज्यादातर दुकान एवं मकान रेलवे की जमीन पर बने हैं। अतिक्रमण हटाने के दौरान सुरक्षा के तहत आरपीएफ व स्थानीय पुलिस के दर्जनों जवान मौजूद थे।
बताया जाता है कि कीताडीह व खासमहल में रेलवे ने 10 अप्रैल तक जमीन खाली करने का नोटिस दिया था। फिर माइक से घोषणा कर रेलवे ने चेतावनी भी दी थी, लेकिन जमीन खाली नहीं हुई। इसके कारण बुलडोजर दौड़ा। टाटानगर स्टेशन पुनर्विकास योजना के तहत अतिक्रमण हटाया गया, जबकि रेलवे की विकास योजना के कारण अन्य बस्तियों में भी दर्जनों कच्चे-पक्के मकान तोड़े जाएंगे।
मालूम हो कि टाटानगर रेलवे इंजीनियरिंग विभाग ने ट्रैफिक कॉलोनी से बागबेड़ा थाना रोड, स्टेशन चौक से कीताडीह नाला, गुदड़ी बाजार एवं जुगसलाई स्टेशन रोड में अतिक्रमण का सर्वे कराया है। जल्द ही सभी को रेलवे की जमीन खाली करने का नोटिस दिया जाएगा। दूसरी ओर, रेलवे कॉलोनियों व मुख्य सड़क पर रेलवे से अलॉट ज्यादा जमीन पर निर्माण करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की तैयारी है।