गुवा अयस्क खान में स्थानीय मजदूरों और ग्रामीणों गुवा सेल में बहाली में प्राथमिकता दें:- रामा पांडे
झारखंड मजदूर संघर्ष संघ ने गुवा अयस्क खान में मजदूरों और स्थानीय ग्रामीणों की समस्याओं को लेकर 19 सूत्रीय मांग-पत्र सौंपा है। संघ ने बेरोजगारी, स्वास्थ्य सेवाओं की कमी, और शिक्षा के स्तर में सुधार की...

गुवा । गुवा अयस्क खान और आसपास के क्षेत्र में काम कर रहे मजदूरों एवं स्थानीय ग्रामीणों के हितों की अनदेखी और बेरोजगारी की बढ़ती समस्या को लेकर झारखंड मजदूर संघर्ष संघ ने सेल (स्टील अथॉरिटी ऑफ इंडिया लिमिटेड), बोकारो खदान समूह के कार्यपालक निदेशक को 19 सूत्रीय मांग-पत्र सौंपा है। संघ के केन्द्रीय अध्यक्ष रामा पाण्डेय के हस्ताक्षरित इस पत्र में चेतावनी दी गई है कि यदि समस्याओं का समाधान शीघ्र नहीं हुआ तो क्षेत्र में उग्र आंदोलन की स्थिति उत्पन्न हो सकती है, जिसकी पूरी जिम्मेदारी प्रबंधन की होगी। मांग-पत्र में संघ ने स्पष्ट रूप से कहा है कि गुवा अयस्क खान में सेवानिवृत्त कर्मियों के स्थान पर स्थानीय युवाओं को रोजगार नहीं दिया जा रहा, बल्कि प्रबंधन बाहरी लोगों को तैनात कर रहा है।
इससे न सिर्फ बेरोजगारी बढ़ी है बल्कि स्थानीय युवाओं में भारी असंतोष भी है। संघ ने खान प्रबंधन पर यह भी आरोप लगाया है कि कई वर्षों से पुरानी मशीनों से काम लिया जा रहा है, जिससे न केवल उत्पादन प्रभावित हो रहा है बल्कि कर्मचारियों के स्वास्थ्य पर भी प्रतिकूल असर पड़ रहा है। साथ ही आउटसोर्सिंग और एमडीओ (Mine Developer & Operator) व्यवस्था का कड़ा विरोध करते हुए संघ ने विभागीय भर्ती प्रक्रिया की मांग की है। 11 जुलाई 2024 को हुई उच्च स्तरीय बैठक का हवाला देते हुए संघ ने कहा कि उस समय पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा, पूर्व सांसद गीता कोड़ा, सेल प्रबंधन, यूनियन, मानकी-मुंडा और जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में 500 स्थानीय बेरोजगारों की नियुक्ति का वादा किया गया था, लेकिन आज तक उस दिशा में कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। गुवा, किरीबुरू, मेघाहातुबुरू और चिरिया में स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली को उजागर करते हुए पत्र में नेत्र, स्त्री, शल्य, नाक-कान-गला जैसे विशेषज्ञ डॉक्टरों की नियुक्ति की मांग की गई है। साथ ही अस्पताल की एंबुलेंस की खराब हालत का उल्लेख करते हुए नई एंबुलेंस की मांग भी की गई है। गुवा मिडिल स्कूल में शिक्षकों की कमी और डीएवी स्कूल के शिक्षकों की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए मांग की गई है कि पुराने शिक्षकों का स्थानांतरण कर योग्य शिक्षकों की नियुक्ति की जाए ताकि शिक्षा स्तर में सुधार हो सके। साथ ही,नोवामुंड़ी कॉलेज के विद्यार्थियों के लिए बस सुविधा की भी मांग की गई है। गुवा अयस्क खान में जल परिष्करण संयंत्र की स्थिति को दयनीय बताते हुए उसका पुनर्निर्माण, सभी आवासों में एक्वागार्ड सुविधा और जर्जर आवासों के जीर्णोद्धार की भी मांग की गई है। साथ ही, टाउनशिप के सौंदर्याकरण पर भी ध्यान देने की बात कही गई है। संघ ने ठेका कर्मचारियों को "समान कार्य के लिए समान वेतन" देने की मांग उठाई है। साथ ही, सेल द्वारा आयोजित प्रतियोगी परीक्षाओं में स्थानीय युवाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए नियमित प्रशिक्षण देने की बात कही है। कर्मचारियों को लाने-ले जाने वाली पुरानी बसों को तुरंत बदलकर नई बसें प्रदान करने की मांग की गई है, ताकि भविष्य में किसी भी दुर्घटना से बचा जा सके। पत्र के अंत में संगठन ने चेतावनी दी है कि यदि प्रबंधन ने जल्द कार्रवाई नहीं की तो मजदूरों और ग्रामवासियों का आक्रोश किसी भी समय उग्र आंदोलन का रूप ले सकता है। इस कारण उत्पन्न किसी भी औद्योगिक अशांति के लिए पूर्णतः सेल प्रबंधन जिम्मेदार होगा।
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