वैसाखी पर बड़ा गुरुद्वारा में गुरमत समागम
धनबाद के बड़ा गुरुद्वारा बैंक मोड़ में वैसाखी पर्व पर 12 और 13 अप्रैल को दो दिवसीय गुरमत समागम का आयोजन किया जाएगा। इसमें सरबजीत सिंह और सतपाल सिंह जैसे रागी और ढाढ़ी जत्थों की उपस्थिति होगी।...

धनबाद, वरीय संवाददाता बड़ा गुरुद्वारा बैंक मोड़ में वैसाखी पर्व पर दो दिवसीय गुरमत समागम का आयोजन किया गया है। जानकारी देते हुए बड़ा गुरुद्वारा प्रबंधन समिति के सदस्यों ने बताया कि 12 और 13 अप्रैल को बड़ा गुरुद्वारा परिसर में इसका आयोजन होगा। कार्यक्रम में उच्च कोटि के रागी जत्था सरबजीत सिंह अमृतसर वाले एवं ढाढ़ी जत्था सतपाल सिंह पंजाब (नकोदर) को विशेष तौर आमंत्रित किया गया है। 12 अप्रैल को दिन के दस बजे गुरुद्वारा दीवान हाल में अमृत संचार से कार्यक्रम की शुरुआत होगी। वहीं संध्या में ढाढ़ी जत्था सतपाल सिंह ताज खालसा पंथ की सृजना दिवस पर अपने विचारों को वारों के माध्यम से संगतों को निहाल करेंगे। वहीं रागी जत्था सरबजीत सिंह अमृतसर वाले गुरुओं की वाणी का सबद गायन के माध्यम से संगत को निहाल करेंगे। 13 अप्रैल को सुबह रखे गए सहज पाठ की समाप्ति होगी। संध्या 7:30 बजे से 10 बजे तक गुरुद्वारा दीवान हाल में रागी जत्था एवं ढाढ़ी जत्था पुनः सबद गायन करेंगे। इसके उपरांत गुरु का लंगर बंटेगा। कार्यक्रम सफल बनाने में गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के राजेंद्र सिंह चहल, महासचिव तेजपाल सिंह, अध्यक्ष दिलजोन सिंह ग्रेवाल, तीरथ सिंह, गुरचरण सिंह माझा, मनजीत सिंह सलूजा, मनजीत सिंह, राजेंद्र सिंह, सतपाल सिंह ब्रोका सक्रिय हैं।
इस दिन हुई थी खालसा पंथ की स्थापना
इस बार 14 अप्रैल को बैसाखी का पर्व मनाया जाएगा। दरअसल 1699 में सिखों के दसवें गुरु गुरु गोविंद सिंह ने खालसा पंथ की स्थापना की थी। इस दिन नगर कीर्तन होता है। लंगर लगाए जाते हैं। गुरुद्वारा को सजाया जाता है।
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