महिला के पेट से निकाला दुनिया का सबसे बड़ा स्प्लीन ट्यूमर, डॉक्टरों ने बना डाला वर्ल्ड रिकॉर्ड
झारखंड के धनबाद मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों ने बड़ा कारनामा कर दिखाया है। यहां डॉक्टरों ने दुनिया का सबसे बड़ा स्प्लीन ट्यूमर निकालते हुए दो विश्व रिकॉर्ड अपने नाम किया है।

झारखंड के धनबाद मेडिकल कॉलेज अस्पताल में कैंसर सर्जन डॉ अली जैद अनवर ने महिला की सर्जरी कर उसके पेट से 7.5 किलोग्राम का स्प्लीन ट्यूमर निकाला है। यह सर्जरी इसी मेडिकल कॉलेज में सोमवार को की गई थी। डॉ अनवर के अनुसार पूरे विश्व में किसी महिला के पेट से निकाला गया, यह अब तक का सबसे बड़ा स्प्लीन है। इस दौरान धनबाद मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों ने एक नहीं बल्कि दो-दो विश्व रिकॉर्ड अपने नाम कर लिया।
अपनी इस सर्जरी को गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स और लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज कराने के लिए डॉ अनवर ने आवेदन किया है। डॉ अनवर के अनुसार धनबाद की ही एक 50 वर्षीया महिला पेट बड़ा होने, खून की कमी आदि समस्याओं को लेकर धनबाद मेडिकल कॉलेज अस्पताल के ओपीडी में आई थी। जांच में पता चला कि महिला के पेट में स्प्लीन है। अधीक्षक डॉ डीके गिंदोरिया और विभागाध्यक्ष डॉ सुनील कुमार की सहमति पर डॉ अनवर ने मरीज की सर्जरी का निर्णय लिया। सर्जरी काफी जोखिम वाला और जटिल था। परिजन महिला की सर्जरी के लिए तैयार हो गए। इसके बाद डॉ अलीन जैद अनवर ने अपनी टीम के साथ यह सर्जरी की। टीम में सर्जरी के डॉ अमित मिंज व डॉ आफताब अहमद, एनेस्थीसिया के डॉ पीयूष सेंगर व डॉ नेगी दीक्षा शामिल थे। सर्जरी सफल रही। डॉ अनवर के अनुसार महिला वार्ड में भर्ती हैं और पूरी तरह ठीक हैं।
दो विश्व रिकार्ड बने
डॉ अनवर ने बताया कि इस एक सर्जरी ने स्प्लीन के मामले में दो विश्व रिकॉर्ड बनाया है। अब तक विश्व में किसी महिला के पेट से सबसे बड़ा ट्यूमर 2.5 किलोग्राम का निकाला गया था। यह ट्यूमर 7.5 किलोग्राम का है। पुरुषों के मामले में अब तक सबसे बड़ा स्प्लीन 12 किलोग्राम का निकला है। डॉ अनवर के अनुसार इस सर्जरी ने मरीज के शरीर के वजन (बॉडी वेट) और स्प्लीन के वजन के अनुपात में भी विश्व रिकार्ड बनाया है। अब तक का रिकॉर्ड 12 प्रतिशत का था। इस सर्जरी में निकला स्प्लीन मरीज के शरीर के वजन का 17.5 प्रतिशत है। यह नया विश्व रिकॉर्ड है।
क्या है स्प्लीन
स्प्लीन को प्लीहा भी कहते हैं। यह मानव शरीर में पेट के ऊपरी बाएं हिस्से में होता है। यह लसीका तंत्र का हिस्सा, जो रक्त को फिल्टर करने, पुरानी रक्त कोशिकाओं को हटाने और रक्त कोशिकाओं को बनाने का काम करती है। इसमें होने वाले ट्यूमर को स्प्लीन ट्यूमर कहते हैं।