फरठिया पंचायत तकनीकी शिक्षा के मामले में है समृद्ध, लगातार बढ़ रहे रिहायशी इलाके
फोटो संख्या एक: फरठिया में संचालित डीएवी स्कूल : शगुफ्ता बीवी फोटो: नंद कुमार चौधरी गढ़वा, प्रतिनिधि। जिला मुख्यालय से सटे फरठिया पंचायत तकनीकी शिक्ष

गढ़वा, प्रतिनिधि। जिला मुख्यालय से सटे फरठिया पंचायत तकनीकी शिक्षा के मामले में काफी समृद्ध है। पंचायत से होकर ही एनएच 75 गढ़वा-मुरीसेमर सड़क गुजरी है। उससे सड़क कनेक्टिविटी अपेक्षाकृत बेहतर है। उसके कारण आर्थिक गतिविधियां भी समृद्ध है। तीन गांव सिदे खुर्द, फरठिया और बसहा गांव वाले पंचायत की आबादी 13 हजार से अधिक है। पंचायत 14 वार्डों में विभाजित है। नगर परिषद से सटे होने के कारण कमोबेश सभी गांवों में शहरीकरण का असर दिखता है। पास ही गढ़वा स्टेशन भी है। उक्त कारण सड़क मार्ग बेहतर होने के अलावा रेल मार्ग का लाभ भी गांवों के लोगों को मिलता है। नगर परिषद से सटे होने के कारण आर्थिक गतिविधियां अपेक्षाकृत बेहतर है। उसके अलावा क्षेत्र में नए घर और रिहायशी इलाका विकसित होने के कारण आबादी भी बढ़ रहा है। होटल, पेट्रोलपंप, बाइक के एजेंसी सहित अन्य आर्थिक गतिविधियां बढ़ी हैं। उससे क्षेत्र में रोजगार के अवसर भी बढ़े हैं। पंचायत में ही बाबू दिनेश सिंह विश्वविद्यालय अवस्थित है। विश्वविद्यालय के अंतर्गत डेंटल, बीएल, होमियोपैथी सहित अन्य तकनीकी शिक्षा के लिए कॉलेज संचालित हैं। उक्त कॉलेजों में अध्ययन अध्ययापन के लिए बाहर से भी छात्र आते हैं। उसके अलावा पंचायत में ही सीबीएसई आधारित डीएवी स्कूल भी है। उक्त स्कूल में भी काफी संख्या में छात्र अध्ययनरत हैं। शिक्षा के मामले में बेहतर होने के कारण भी लोग आसपास ही घर बनाकर रहना पसंद करते हैं। उसके कारण भी इलाके की आबादी निरंतर बढ़ रही है।
::बॉक्स::पंचायत अंतर्गत कई तकनीकी शिक्षण संस्थान हैं। इसी पंचायत में बाबू दिनेश सिंह विवि के अलावा डीएवी स्कूल भी है। बाबू दिनेश सिंह विवि अंतर्गत संचालित डेंटल कॉलेज, बीएड, होमियोपैथी सहित अन्य तकनीकी शिक्षण संस्थानों में पढ़ने के लिए स्थानीय छात्रों को मौका तो मिलता है। वहां पढ़ने के लिए दूसरे प्रदेशों से भी छात्र यहां आते हैं। कॉलेज होने के कारण भी क्षेत्र की आर्थिक गतिविधियां बेहतर हैं। विभिन्न व्यवसाय फल फूल रहे हैं।
::बॉक्स::शहरी क्षेत्र से सटे होने के कारण फरठिया पंचायत का तेजी से विकास हो रहा है। पंचायत के फरठिया में एक से बढ़कर एक मकान, होटल, पेट्रोल पंप निजी अस्पताल, स्कूल खुले और तकनीकी शिक्षण संस्थान खुले हैं। आने वाले दिनों में और विकास होने की संभावना है। सद्दाम आलम, स्थानीय निवासी
::बॉक्स::नगर परिषद से सटे होने के कारण फरठिया पंचायत का तेजी से शहरीकरण हो रहा है। शहर के नजदीक होने के अलावा बाइपास और एनएच 75 के कारण कई नए गली मोहल्ले विकसित हो रहे हैं। कहीं निजी अस्पताल खुले हैं तो कहीं पेट्रोल पंप। बाइक की एजेंसी खुली हुई है। आर्थिक गतिविधियां बेहतर है। उसके कारण भी पंचायत का विकास हो रहा है। शहंशाह आलम, स्थानीय निवासी
::बॉक्स::शहर से सटे और कई तकनीकी शिक्षण संस्थान होने के कारण पंचायत का तेजी से शहरीकरण हो रहा है। कई सड़कें बनी है। बाइपास से सटे होने के कारण कई दुकान, ढाबा रेस्टोरेंट, होटल खुल रहे हैं। आने वाले दिनों में शहर का यह महत्वपूर्ण इलाका होगा। शगुफ्ता बीवी, मुखिया
::बॉक्स::फरठिया पंचायत में कई सड़कें बनी है। एनएच 75 पंचायत से होकर ही गुजरा है। उक्त कारण लोगों को आवागमन काफी सुलभ हो रहा है। उसके अलावा रेल मार्ग भी पंचायत से नजदीक हैं। बदलते समय में कहीं निजी अस्पताल खुले हैं तो कहीं कई सरकारी भवन भी यहां चल रहे हैं। नंद कुमार चौधरी, स्थानीय निवासी
क्या-क्या खास
1. बाबू दिनेश सिंह विश्वविद्यालय पंचायत में ही है। विवि के अंतर्गत कई तकनीकी कॉलेज संचालित हैं
2. डीएवी स्कूल पंचायत में ही संचालित है
3. वाहनों के शोरूम खुले
4. सड़कों का निर्माण होने से आवागमन की सुविधाएं बढ़ी
5. शहर से सटे होने के कारण व्यवसाय बढ़े हैं
::बॉक्स::क्या-क्या समस्याएं
1. आबादी बढ़ने के साथ पानी की समस्या बढ़ी
2. आबादी बढ़ने से लॉ एंड ऑर्डर की भी समस्या होती है।
3. आबादी बढ़ने से कचरा निस्तारण समस्या हो रही है
4. कुछ सड़कों की स्थिति अभी भी ठीक नहीं है
5. कुछ इलाकों में बिजली तार-पोल की समस्या
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