सभी बीडीओ दो चयनित गांवों को व्यक्तिगत रूप से गोद लें : डीसी
स्थायी आजीविका के लिए 100 गांवों में विकास की नई पहल समृद्ध कार्यक्रम की समीक्षा बैठक, समृद्ध मॉडल से गांवों की तस्वीर बदलेगी, प्राकृतिक संसाधन प्रबंध

गुमला, संवाददाता। गुमला जिले के सौ चयनित गांवों में स्थायी आजीविका,जल संरक्षण और कृषि विकास को लेकर समृद्ध कार्यक्रम के तहत योजनाएं लागू की जा रही हैं। इसे लेकर यहां समाहरणालय सभागार में डीसी कर्ण सत्यार्थी की अध्यक्षता में आयोजित समीक्षा बैठक में इस कार्यक्रम की भौतिक और वित्तीय प्रगति की समीक्षा की गई। समृद्ध कार्यक्रम के तहत प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन को आधार बनाकर ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त करने की दिशा में कार्य किया जा रहा है। इस प्रयास में प्रदान,अजीम प्रेमजी फाउंडेशन, विकास भारती, फिया और डब्लूओटीआर जैसी संस्थाएं सक्रिय सहयोग कर रही हैं। बैठक में डीसी ने सभी बीडीओ को निर्देश दिया कि वे अपने-अपने प्रखंड के दो चयनित गांवों को व्यक्तिगत रूप से गोद लें और वहां विकास कार्यों में सक्रिय भूमिका निभाएं।
उन्होंने कहा कि अब योजनाएं सिर्फ कागज पर नहीं चलेंगी,बल्कि ग्रामीणों के जीवन में बदलाव लाना ही लक्ष्य है। कार्यक्रम में चोटी से घाटी मॉडल पर जल-संरक्षण कार्य,जीआईएस आधारित योजना निर्माण,मनरेगा, कृषि, सॉइल कंजर्वेशन और 15वें वित्त आयोग की योजनाओं के समन्वय से समग्र विकास की दिशा में पहल की जा रही है। बैठक में डीडीसी, जिला पंचायती राज पदाधिकारी, सभी प्रखंड के बीडीओ, जेएसएलपीएस और सहयोगी संस्थाओं के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।