बंगाल के फूलों से बगोदर में सजती हैं दूल्हे की गाड़ियां
बगोदर में शादी-विवाह का मौसम जोरों पर है। शहर और गांवों में शादी की धूम है, जिससे बाजारों में भीड़ बढ़ गई है। फूलों की दुकानों में रौनक है, जहां से विभिन्न प्रकार के फूलों की मांग है। जयमाला और दूल्हा...

बगोदर। शादी-विवाह का मुहूर्त तेज है। शहर से गांवों तक में शादी-विवाह की धूम मची हुई है। इसे लेकर इलाके में चहल-पहल भी बढ़ गई है। खरीदारों की भीड़ से बाजारों की रौनक भी बढ़ी हुई है। लग्न को देखते हुए बगोदर बाजार में फूलों की दुकानें सज गई हैं। शहर से लेकर गांवों तक में फूलों की मांग बढ़ गई है। चूंकि जयमाला के स्टेज से लेकर दूल्हा की गाड़ी विभिन्न तरह के फूलों से सजाए जा रहे हैं। शादी - विवाह के पूर्व हल्दी और मेहंदी की रस्म और रिवाज का प्रचलन भी बढ़ गया है। इसमें भी फूलों से सजावट का क्रेज बढ़ गया है। जयमाला से लेकर दूल्हा की गाड़ियां बंगाल के फूलों से सजाई जाती है। बगोदर में गिने - चुने ही फूल का दुकान है। इन दुकानों में कोलकाता से फूलों को मंगाया जाता है। यात्री बसों से रोजाना फूल बगोदर पहुंचता है। बताया जाता है कि यहां से ऑर्डर करने के बाद बंगाल से यात्री बस से फूल बगोदर पहुंच जाता है। जयमाला, मेहंदी, हल्दी और जयमाला का स्टेज सजाने के लिए फूलों की खूब बिक्री होती है। जयमाला के लिए रंग- बिरंगे फूलों का तैयार माला भी बाजार में उपलब्ध है। कुछ दुकानों में फूलों की बिक्री के साथ दूल्हा की गाड़ियों को सजाया जाता है। इन दुकानों में कभी-कभी एक साथ दूल्हा की कई गाड़ियां भी सजने के लिए लाइन में खड़ी रहती है। बगोदर-हरिहरधाम रोड में दीपक मालाकार की फूल दुकान है। यहां पर जयमाला के माला की बिक्री से लेकर गाड़ियां सजाने का काम किया जाता है। साथ ही फूलों की बिक्री भी की जाती है। दीपक मालाकार बताते हैं कि बंगाल से फूलों को मंगाया जाता है। बंगाल से मंगाए जाने वाले फूलों में रजनीगंधा, गुलाब, गेंदा एवं पतियों में बटम पता, गेड़ी पता, घोड़ा पता आदि शामिल हैं। बताते हैं कि फूलों और पतियों को मिलाकर जयमाला का माला तैयार करने से लेकर जयमाला स्टेज और गाड़ियां भी सजाई जाती है। जयमाला का माल 8 सौ रुपए से लेकर 45 सौ रूपए तक में बिक्री की जाती है जबकि दूल्हा की गाड़ियां एक हजार से दस हजार तक में सजाए जाते हैं।
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