नगवा में राजीव गांधी ने की थी सभा, उमड़े थे लोग
हजारीबाग में राजीव गांधी की एकमात्र गैर राजनीतिक सभा आज भी याद की जाती है। उनकी पुण्यतिथि 21 मई को राष्ट्रीय आतंकवाद विरोध दिवस मनाया जाता है। राजीव गांधी की हत्या 1991 में हुई थी। उनके योगदान जैसे...

हजारीबाग, हिंदुस्तान प्रतिनिधि। हजारीबाग में राजीव गांधी की गैर राजनीतिक सभा आज लोग याद करते हैं। वो केवल एक ही बार हजारीबाग आए थे।पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के पुण्यतिथि पर हर वर्ष 21 मई को राष्ट्रीय आंतकवाद विरोध दिवस मनाया जाता है। इस दिवस को मनाने का उद्देश्य समाज और राष्ट्र को आतंकवाद और हिंसा के बुरे परिणाम से लोगों को जागरूक करना है। विदित हो की 21 मई 1991 को चेन्नई के समीप श्रीपेरूम्बदूर में बम विस्फोट में राजीव गांधी की हत्या कर दी गयी थी। हजारीबाग में अब तक केवल दो बार लोकसभा में कांग्रेस के उम्मीदवार विजयी हुए हैं।दामोदर
पाण्डेय पहली बार 1971 और दूसरी बार इंदिरा गांधी की हत्या के लहर में उपजे सहानुभूति चुनाव में वर्ष 1984 में। हजारीबाग कभी कांग्रेस का गढ नही बन पाया। राजीव गांधी का हजारीबाग में एक बार आगमन हुआ है। वर्ष 1983 में कांग्रेस के महासचिव के हैसियत से आए थे।संजय गांधी की मृत्यु के बाद वो राजनीति की तरफ अकृष्ट हुए थे। महासचिव बनने के बाद वो भारत भ्रमण यात्रा पर निकल थे। इसी भारत भ्रमण यात्रा के क्रम में वो हजारीबाग आए थे।चुनावी वर्ष नही होने के बाद भी शाम नगवां में उनका आम सभा हुआ था। दोपहर में आज के कर्जन ग्राउडं में हजारीबाग जिला परिषद अध्यक्ष लंबोदर पाठक के साथ शिलापट का उद्घाटन किया था। उनके आगमन से कांग्रेसियों के साथ साथ आम जनों में भी पूरा जोश और उत्साह था। लोग कई घंटा उनके दर्शन के लिए इंतजार किए। युवा जन विशेष रूप से उत्साही थे। राजीव गांधी को भारत में कम्पूटर की शुरूआत,मतदाताओं की उम्र 21 से 18 वर्ष करने,दल बदल विरोधी कानून, पंचायती राज्य को सशक्तिकरण जैसे महत्वपूर्ण कानूनों बदलाव के लिए आज भी याद किया जाता है।
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