डिमना के नए अस्पताल में 15 दिन में भर्ती होने लगेंगे मरीज
डिमना स्थित एमजीएम अस्पताल में 15 दिनों के भीतर मरीजों को भर्ती करने की तैयारी चल रही है। पानी की समस्या को ध्यान में रखते हुए, आपातकालीन स्थिति में टैंकर से पानी लाने की योजना बनाई गई है। उपायुक्त ने...

डिमना स्थित एमजीएम में टैंकर से भी पहुंचाया जाएगा पानी आपातकालीन स्थिति में होगा टैंकर के पानी का इस्तेमाल डीसी कर रहे मॉनिटरिंग, पानी सहित अन्य जरूरत पूरा करने का आदेश जमशेदपुर, मुख्य संवाददाता। एमजीएम के डिमना स्थित नए अस्पताल में 15 दिनों में मरीजों को भर्ती करना शुरू हो जाएगा। इसकी तैयारी शुरू हो गई है। इसके लिए सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं। खास तौर से पानी की समस्या को लेकर रणनीति बनाई गई है। नए अस्पताल में अबतक मरीजों को भर्ती लिया जाना इसलिए शुरू नहीं किया गया है, क्योंकि वहां पानी की पर्याप्त व्यवस्था नहीं है।
हालांकि कुछ बोरिंग की गई है और कॉलेज में जो बोरिंग है, फिलहाल उससे भी पानी लेने की योजना है। हालांकि आपातकालीन स्थिति में जब अधिक पानी की आवश्यकता होगी टैंकर से पानी मंगाया जाएगा। इसके लिए जल्द ही टेंडर निकाला जाएगा। उपायुक्त अनन्य मित्तल ने बताया कि 15 दिन में अस्पताल को शुरू करने पर काम चल रहा है। पानी की समस्या वैसे तो है नहीं। हालांकि कभी होगी भी तो उसके लिए टैंकर से पानी मंगाया जाएगा। वैसे अस्पताल के लिए आठ करोड़ से अधिक की जलापूर्ति योजना पर काम चल रहा है। इसके तहत नदी से पाइपलाइन बिछाकर अस्पताल में भरपूर पानी उपलब्ध कराया जाएगा। उल्लेखनीय है कि एमजीएम अस्पताल की एक पुरानी बिल्डिंग में दरार आ जाने की वजह से वहां पर इलाज बंद हो गया है। फिलहाल वहां भर्ती मरीजों को दूसरे भवनों में शिफ्ट किया गया है। साथ ही डिमना में इनडोर शुरू करने के लिए अब इन वार्डों के सामान वहां शिफ्ट करने का काम शुरू हो गया है। गायनी विभाग की शिफ्टिंग शुरू गायनी विभाग की दीवार में दो दिन पहले आई दरार के बाद मंगलवार सुबह विभाग का सामान ट्रक पर लोड कर डिमना पहुंचाना शुरू कर दिया गया। एक-दो दिन में ऑपरेशन थिएटर वहां तैयार कर लिया जाएगा और इनडोर को शिफ्ट कर ऑपरेशन शुरू कर दिया जाएगा। इसके बाद मेडिसिन विभाग को भी शिफ्ट कर दिया जाएगा। ये दोनों मुख्य विभाग के मरीज उसी भवन के हैं, जिसमें दुर्घटना हुई थी। इसके बाद ईएनटी, नेत्र सहित अन्य विभागों को भी शिफ्ट किया जाएगा। नए भवन में अस्पताल शिफ्ट होने के बाद मेंटेनेंस के लिए जल्द ही एजेंसी नियुक्त कर दी जाएगी। शिशु रोग विभाग शिफ्ट, गायनी का भी ऑपरेशन शुरू एमजीएम के जिस भवन में दुर्घटना हुई थी, उसमें चल रहे शिशु रोग विभाग को मंगलवार को नए भवन में शिफ्ट कर दिया गया। वहीं, पीकू वार्ड को कंप्यूटर शिफ्ट नहीं होने से बुधवार को शिफ्ट किया जाएगा। विभाग के सारे बेड पीजी बिल्डिंग के विभिन्न फ्लोर पर लगा दिए गए हैं। वहीं, गायनी विभाग में मंगलवार से मरीजों को भर्ती लिया जाने लगा और उनकी डिलीवरी भी शुरू कर दी गई। नॉर्मल डिलीवरी के अलावा ऑपरेशन से भी डिलीवरी कराई गई। यह ऑपरेशन सर्जरी विभाग के ऑपरेशन थिएटर में किया गया। कुछ मरीजों को सदर अस्पताल भी भेजा गया। सदर अस्पताल में जाने के कारण जूनियर डॉक्टरो को भी कहा गया था कि उनमें से कुछ लोगों की सदर अस्पताल में भी दो-तीन दिन ड्यूटी लगाई जा सकती है। लेकिन जूनियर डॉक्टर एसोसिएशन ने अधीक्षक के पास मंगलवार को जाकर विरोध जताया।
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