बैंक ऑफ महाराष्ट्र में 45 मिनट तक तांडव, गोली भी चली; दिनदहाड़े सोना और कैश लूट की पूरी कहानी
समस्तीपुर के एसपी अशोक मिश्रा ने कहा कि घटना की जांच के लिये सदर एसडीपीओ-1 के नेतृत्व में एसआईटी बनायी गयी है। सीसीटीवी फुटेज से बदमाशों को चिह्नित किया जा रहा है। बदमाशों के भागने की दिशा में छापेमारी की जा रही है। बैंक में कोई गार्ड मौजूद नहीं था। घटना की सूचना काफी देर बाद बैंक की ओर से दी गई।

समस्तीपुर मे शहर के बीचोंबीच दिनदहाड़े बैंक ऑफ महाराष्ट्र से 5 करोड़ रुपये के सोना व 15 लाख नगद लूट की बड़ी वारदात के बाद हड़कंप मच गया है। जैसे ही स्थानीय लोगों को बैंक ऑफ महाराष्ट्र में लूट के घटना की जानकारी मिली लोग घबरा गए। खासकर आसपास के दुकानदारों के बीच लूट की इस घटना से दहशत का माहौल बन गया। करीब 45 मिनट तक सभी बदमाश बैंक में लूटपाट की घटना को अंजाम देते रहे। इस दौरान एक बदमाश ने बैंक के अंदर ही फायरिंग भी कर दिया। यह तो गनीमत रही की गोली किसी को नहीं लगी।
इस दौरान सभी बैंक कर्मियों व ग्राहकों को बदमाशों ने कमरे व बाथरूम में बंधक बना लिया और सभी का फोन व सीसीटीवी कैमरे का डीवीआर भी साथ लेते चले गये। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सभी बदमाश वहां से अलग-अलग दिशा में निकल गये। कुछ बदमाश ताजपुर रोड होते तो कुछ तिरहुत अकादमी होते गंगापुर से नेशनल हाईवे होते वैशाली जिले की तरफ निकल गये। बताया गया है कि इस लूटकांड की घटना में लोकल लाइनर की भूमिका संलिप्त है। करीब दो हफ्ते तक इस बैंक की रेकी करने के बाद इस वारदात को अंजाम दिया गया है।
SIT का गठन
समस्तीपुर के एसपी अशोक मिश्रा ने कहा कि घटना की जांच के लिये सदर एसडीपीओ-1 के नेतृत्व में एसआईटी बनायी गयी है। सीसीटीवी फुटेज से बदमाशों को चिह्नित किया जा रहा है। बदमाशों के भागने की दिशा में छापेमारी की जा रही है। बैंक में कोई गार्ड मौजूद नहीं था। घटना की सूचना काफी देर बाद बैंक की ओर से दी गई। बैंक का सायरन भी नहीं बजा था। सायरन की सक्रियता की जांच करायी जा रही है।
डीआईजी भी पहुंची घटनास्थल पर
लूटकांड की सूचना मिलते ही मिथिला रेंज की डीआईजी डॉ. स्वप्ना गौतम मेश्राम भी घटनास्थल पर पहुंची और बैंक कर्मियों से लूटकांड की विस्तृत जानकारी ली। इधर एसपी अशोक मिश्रा द्वारा सदर एसडीपीओ-1 संजय कुमार पांडेय के नेतृत्व में एसआईटी का गठन किया गया है। एसआईटी टीम के द्वारा समस्तीपुर समेत आसपास के जिलों में छापेमारी की जा रही है।
समस्तीपुर पुलिस के अनुसार सभी बदमाश वैशाली जिले के हो सकते हैं। लूटकांड के तुरंत बाद ही पुलिस की एक टीम अपराधियों के भागने की दिशा में निकल गई थी। खुद सदर एसडीपीओ-1 संजय पांडेय देर शाम छापेमारी में निकले हैं। आशंका है कि यह लोग सोना लूटकांड गिरोह से जुड़े हो सकते है। फिलहाल पुलिस हर विंदुओ पर जांच में जुटी है। समस्तीपुर पुलिस द्वारा आसपास के जिलों के पुलिस से भी सहयोग मांगी जा रही है।
रेकी के बाद हुआ लूट कांड
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, लुटे गए सोने का बड़ा हिस्सा बैंक के उन ग्राहकों का था, जिन्होंने लॉकर या गोल्ड लोन के तहत अपना कीमती आभूषण बैंक में रखा था। बैंक में इतने ज्यादा सोना व नगद के बावजूद कोई गार्ड मौजूद नहीं था। बताया गया है कि बैंक की पाॅलिसी के अनुसार उस गोल्ड लोन ग्राहकों का क्या होगा यह बताया जा सकेगा। बैंक के एक कर्मी ने बताया कि सोना वैल्यू साढ़े चार से पांच करोड़ था लेकिन उसका वर्तमान वैल्यू सात से साढ़े सात करोड़ हो सकता है।
इतनी बड़ी मात्रा में सोना ले जाना यह दिखाता है कि उनके पास बैंक के इंटीरियर का पूरा नक्शा रहा होगा व हफ्तों से अपराधी इसकी रेकी कर रहे होंगे। इधर नगर, मुफस्सिल, मुसरीघरारी, ताजपुर, बंगरा समेत डीआईयू व एसटीएफ की टीम छापेमारी में जुटी रही।