डिमना एमजीएम की व्यवस्था पर भड़के उपायुक्त
उपायुक्त अनन्य मित्तल ने डिमना के एमजीएम अस्पताल का निरीक्षण किया। उन्होंने अस्पताल के विभिन्न विभागों की स्थिति देखकर नाराजगी जताई और चिकित्सा अधिकारियों को सामान व्यवस्थित करने का आदेश दिया। अस्पताल...

उपायुक्त अनन्य मित्तल ने शुक्रवार को डिमना स्थित एमजीएम अस्पताल का निरीक्षण किया। उपायुक्त डिमना अस्पताल में इमरजेंसी, सर्जरी, मेडिसिन, ईएनटी, नेत्र, चर्म समेत अन्य विभागों के ओपीडी की स्थिति देखकर भड़क उठे। उन्होंने कहा कि सामान को व्यवस्थित करना आवश्यक है। उपायुक्त ने चिकित्सा पदाधिकारियों को अस्पताल के हर विभाग के जांच यंत्र व अन्य सामान को सहेजने का आदेश दिया। मालूम हो कि डिमना के एमजीएम अस्पताल को 25 मई से पूरी तरह से शुरू करने की तैयारी थी, लेकिन अब तिथि बढ़ाकर 31 मई कर दी गई है। राज्य स्वास्थ्य विभाग के लक्ष्य पर साकची में जर्जर अस्पताल खाली नहीं हो पाया।
इससे प्रशासनिक निगरानी में साकची से एमजीएम अस्पताल को डिमना के नए भवन में शिफ्टिंग का काम शुरू है। मालूम हो कि पुराने अस्पताल को नए भवन में शिफ्ट करने के कार्य में शुरू से लापरवाही बरती गई। इससे मेडिसिन विभाग का छत गिरने से मरीजों की मौत हो गई, लेकिन अब प्रशासन गंभीर है। शिफ्टिंग के कार्य का जायजा लेने ही उपायुक्त डिमना एमजीएम अस्पताल गए थे। प्रसूति और शिशु विभाग को शिफ्ट करना चुनौती साकची एमजीएम अस्पताल से गायनिक और नीकू-पीकू वार्ड को डिमना के नए भवन में शिफ्ट करना एक चुनौती है, क्योंकि वहां के ऑपरेशन थिएटर में अभी जांच यंत्र व अन्य संसाधन नहीं है। ब्लड बैंक को साकची से डिमना ले जाने की कार्रवाई हुई है। वहीं, गायनिक वार्ड के साथ नीकू-पीकू वार्ड को भी शिफ्ट कराने की लाचारी है, ताकि प्रसव के बाद कमजोर बच्चे को सुरक्षित रखा जा सके। अस्पताल अधीक्षक डॉ. आरके मंधान ने बताया कि प्रसव एवं शिशु रोग विभाग को शिफ्ट करने का काम शुरू है।
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