धर्म और न्याय के मार्ग पर चलने वाले थे महाराणा प्रताप : रामलखन
(फोटो: 10 में महाराणा प्रताप की प्रतिमा पर माल्यार्पण के दौरान मौजूद क्षत्रिय समाज के लोग)

झुमरी तिलैया निज प्रतिनिधि। महाराणा प्रताप किसी एक जाति के आदर्श नहीं थे, बल्कि हर एक भारतीय के प्रेरणा स्रोत थे। सत्य ,धर्म और न्याय के मार्ग पर चलकर उन्होंने लंबा संघर्ष कर नागरिकों के हितों की रक्षा की। उक्त बातें उत्तरी छोटानागपुर क्षत्रिय महासंघ के केंद्रीय अध्यक्ष राम लखन सिंह और महासचिव शिवलाल सिंह ने महाराणा प्रताप जयंती के अवसर पर आयोजित समारोह में कही। झुमरी तिलैया स्थित महाराणा प्रताप चौक की प्रतिमा पर और क्षत्रिय धर्मशाला कोडरमा में महाराणा के चित्र पर माल्यार्पण कर सैकड़ों क्षत्रिय बंधुओं ने उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित किया। इस अवसर पर संबोधित करते हुए संघ के संरक्षक कामाख्या नारायण सिंह, रामचंद्र सिंह ,नारायण सिंह और राजेंद्र सिंह ने कहा कि महाराणा प्रताप ने सत्य के मार्ग को अपनाया ।
उन्होंने जीवन में कभी हार नहीं मानी। अपनी वीरता और अदम्य साहस से महाराणा ने एक सभ्य समाज की स्थापना में प्रमुख भूमिका निभाई। हम सबको उनके आदर्शों और न्याय पर चलने की प्रक्रिया को आत्मसात करने की जरूरत है। वीरेंद्र सिंह ,विजय सिंह और प्रो. राजेश सिंह ने कहा कि आज हमारे देश के बहादुर सैनिक वीरता के साथ देश की रक्षा में लगे हुए हैं, महाराणा प्रताप का भी यही संदेश था कि हमें अपनी माटी और स्वाभिमान से कभी समझौता नहीं करनी चाहिए। समारोह में कामाख्या नारायण सिंह, राम लखन सिंह, शिवलाल सिंह, रामचंद्र सिंह, विजय सिंह, दिनेश सिंह, राजेंद्र सिंह, नारायण सिंह, विजय सिंह, वीरेंद्र सिंह, प्रोफेसर राजेश सिंह, रणजीत सिंह ,रविंद्र सिंह ,रामदेव सिंह, राजेंद्र सिंह, सम्राट सिंह, प्रदीप सिंह, अशोक सिंह, दामोदर सिंह ,कैलाश सिंह ,गणेश सिंह, संतोष सिंह, शत्रुघ्न सिंह ,विक्की सिंह, सत्यनारायण सिंह समेत कई लोग शामिल थे।
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