जयनगर प्रखंड क्षेत्र में पेयजल की गंभीर समस्या उत्पन्न
जयनगर प्रखंड में पेयजल की समस्या गंभीर है, जिसका मुख्य कारण जनप्रतिनिधियों की उदासीनता है। केंद्र सरकार नल जल योजना के तहत पानी उपलब्ध करवा रही है, लेकिन केवल तीन-चार पंचायतों में ही जलमीनार से शुद्ध...

जयनगर, निज प्रतिनिधि। 23 पंचायत वाले सबसे बड़े प्रखंड में पेयजल की समस्या गंभीर है। इसका सबसे बड़ा कारण जनप्रतिनिधियों की उदासीनता रही है। एक तरफ केंद्र सरकार नल जल के तहत घर-घर शुद्ध पेयजल उपलब्ध करा रही है,तो दूसरी ओर प्रखंड के मात्र तीन से चार पंचायत में जलमीनार के माध्यम से शुद्ध पेयजल मिल रहा है। बाकी पंचायत में कहीं पर मोटर खराब है, तो कहीं अर्द्धनिर्माण होकर कई वर्ष से बंद पड़े हैं। घरौजा में करोड़ों की लागत से निर्माणाधीन जलमीनार पिछले चार साल से निर्माण कार्य बंद पड़ा है। उक्त जलमीनार से घरौंजा पंचायत के अलावा खारियोडीह,गोहाल पंचायत में पेयजल आपूर्ति किया जाना है।
पर इन पंचायतों में भी शुद्ध पेयजल का नसीब नहीं है। क्या कहते हैं मुखिया प्रतिनिधि? इस संबंध में स्थानीय मुखिया प्रतिनिधि अजय यादव से इस समस्या को लेकर बताया कि यहां के सांसद,विधायक लापरवाह हैं। उन्होंने कहा कि संवेदक की भी लापरवाही से यह जलमीनार अधूरा पडा है और सरकार की राशि का दुरूपयोग हो गया। उन्होंने कहा कि कि वर्ष 2017 में पेयजल एवं स्वच्छता विभाग की ओर से घरौंजा पंचायत में जलमीनार का निर्माण कार्य शुरू हुआ था। इसमें उक्त जलमीनार से घरौंजा के अलावा खरियोडीह,गोहाल पंचायत में शुद्ध पेयजल आपूर्ति किया जाना था। लेकिन पिछले चार साल से जलमीनार का निर्माण कार्य बंद है।
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