मानव जाति को पापों से बचाने के लिए यीशु मसीह क्रूस पर हुए बलिदान: रिझरेन कुजूर
लोहरदगा के नॉर्थ वेस्टर्न जीईएलएल चर्च में गुड फ्राइडे के अवसर पर सामूहिक आराधना का आयोजन किया गया। पादरी रिझरेन कुजूर ने बताया कि इस दिन प्रभु यीशु ने मानवता के पापों के लिए बलिदान दिया। विभिन्न...

लोहरदगा, संवाददाता। गुड फ्राइडे के अवसर पर नार्थ वेस्टर्न जीईएलएल चर्च लोहरदगा में सामूहिक आराधना सुबह 11.30 से 4.00 बजे तक पादरी रिझरेन कुजूर एवं कैंडिडेट शुक्रिता टोप्पो के द्वारा संचालित की गई। पादरी रिझरेन कुजूर ने संदेश में बताया कि दुनिया में जब पाप भर गए, और जब परमेश्वर एवं मनुष्य के बीच गैप हो गया, तब परमेश्वर ने सम्पूर्ण मानव जाति के पाप क्षमा एवं उद्धार के लिए अपने इकलौते पुत्र यीशू मसीह को आज ही के दिन क्रूस पर बलिदान कर दिया। परमेश्वर द्वारा अपने अद्भुत प्रेम मानव जाति के लिए दिखाया गया। जबकि हम सब पापों में पड़कर ईश्वर से दूर हो गए। तब भी परमेश्वर ने अपने पुत्र को हम सब के लिए बलिदान दे दिया। आराधना के क्रम में यीशु मसीह द्वारा क्रूस पर कहे गए अंतिम सात वचनों पर भी प्रकाश डालने हेतु विभिन्न वक्ताओं जिनमें अमरनाथ लकड़ा, मनोरमा एक्का, सुक्रिता टोप्पो, निरंजन एक्का, ललिता कुजूर, लॉरेंस टोप्पो तथा रिझरेन कुजूर ने वक्तव्य दिये। यीशु मसीह ने क्रूस पर से साथ क्रॉस वाणी कहकर पूरी मानव जाति को संदेश दिया की आपस में प्रेम से रहें और एक दूसरे को क्षमा करें। प्रभु यीशु मसीह के बलिदान से प्रत्येक पापी मनुष्य का मेल मिलाप परमेश्वर के साथ हुआ। मौके पर मुख्य रूप से लालजीत लकड़ा, सुमन टोप्पो, जॉर्ज केरकेट्टा, अजय एक्का, विजय लकड़ा, सुशीला बाड़ा, सुधा लकड़ा, शबनम मिंज, मनोनीता एक्का, पुष्पा बाखला अादि समेत सैकड़ों विश्वासी गण, मंडली के पंचगन, सचिव, महिला संघ, युवा संघ और संडे स्कूल के बच्चों, विभिन्न टोला के द्वारा सुन्दर गीत प्रस्तुति की गई।
बलिदान के मार्ग से प्रभु यीशु ने दिया मानवता और प्रेम का संदेश: फादर विरेन्द्र
जिले के मसीही धर्मावलंबियों ने शुक्रवार को गुड फ्राइडे मनाया। इसे प्रेम का दिन बताते हुए मसीही धर्म गुरु फादर विरेंद्र ने कहा कि बलिदान के मार्ग में भी प्रभु यीशु मसीह ने मानवता और प्रेम का संदेश देने का काम किया है। ईशपुत्र होने के नाते येशु मसीह ईश्वर के प्रेम को कोई अलग तरीके से भी कोई आश्चर्यजनक कार्य करके प्रकट कर सकते थे, लेकिन उन्होंने तमाम कष्ट सहे। फादर थॉमस पावथिल ने कहा कि शायद मानव जाति के प्रति ईश्वर का अटूट प्रेम इतने प्रभावशाली ढंग से नहीं होता, जितना कि स्वयं के क्रूस पर लटके रक्तरंजित शरीर से होता। धर्म गुरुओं ने गुड फ्राइडे के धार्मिक अनुष्ठान संपन्न कराये। पल्ली के अलावा उर्सुलाइन चर्च के कार्यक्रम में धर्मगुरुओं की अगुवाई में दुखभोग पाठ, आराधना, पवित्र क्रूस की उपासना की गई। चर्च में विशेष प्रार्थना हुआ। इस मौके पर क्रूस चुम्मा का कार्यक्रम किया गया। आखिर में परम प्रसाद का वितरण किया गया।
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