एक महीने में महज 12 प्रतिशत ही हुई धान की खरीददारी
-सवाल बरकरार, कैसे होगा लक्ष्य पूरा....एक महीने में महज 12 प्रतिशत ही हुई धान की खरीददारीएक महीने में महज 12 प्रतिशत ही हुई धान की खरीददारी

हिरणपुर। एसं प्रखंड में विभाग ने अब तक महज 12 प्रतिशत ही धान खरीदने का लक्ष्य को हासिल किया है। झारखंड सरकार के आपूर्ति विभाग ने इस वर्ष पाकुड़ जिले को दो लाख क्विंटल धान खरीदने का का लक्ष्य दिया था। इसमें से हिरणपुर प्रखंड का लक्ष्य करीब 30 हजार क्विंटल है। धान अधिप्राप्ति केंद्र खुलने के एक महीने बाद तक लगभग 12 प्रतिशत ही खरीददारी अब तक की जा सकी है। जो लक्ष्य के काफी पीछे है। इतना ही नहीं अधिकांश किसानों को तो अब तक प्रथम किश्त की राशि भी नहीं दिया जा सका है। इसी लेट लतीफी ओर अड़चन की वजह से किसान खुले बाजार में औने पौने दाम में धान बेचने को मजबूर है। विभाग से मिली जानकारी के अनुसार प्रखंड के चार केंद्रों में 1061 किसानों ने रजिस्ट्रेशन करवाया था, उसके एवज में महज करीब 50 किसानों ने ही धान की बिक्री अबतक की है।
धान का सरकारी दर 2400 रुपये प्रति क्विंटल है। जबकि व्यापारी इससे कम ही रेट में ही धान खरीद रहे हैं। बावजूद किसान उन्हें ही धान बेच को आमदा है। इसका बड़ा कारण ये है कि किसानों को पैक्स में धान पहुंचाना पड़ता है। जिसमें उन्हें अतिरिक्त खर्च भी करने पड़ते हैं। इसके अलावा धान खरीद के 48 घंटे के अंदर खातों में राशि नहीं भेजी जा रही है। जबकि बिचौलिया धान का उठाव करने के तुरंत बाद कीमत चुका देते हैं। ऐसे किसान जिन्हें तत्काल रुपये की जरूरत है। वह लैम्प्स में जाकर धान बेचना नहीं चाहता है।
किस लैम्प्स को कितना मिला लक्ष्य....
लैम्प्स लक्ष्य खरीदारी
डांगापाड़ा 14426 901
बड़तल्ला 2306 136
देवपुर 4674 1362
बरमसिया 8319 1141
भुगतान में देरी की वजह से किसान लैम्प्स में धान बेचने को हिचकिचाह रहे हैं। बावजूद उन्हें जागरूक किया जा रहा है। ताकि समय पर लक्ष्य को पूरा किया जा सके।
मोहन कुमार
प्रखंड सहकारिता पदाधिकारी, हिरणपुर
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