पलामू का पारा 43 पर, पानी के लिए भटक रहे हैं राहगीर
पलामू जिले में बुधवार को तापमान 43 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। गर्मी के कारण लोग पानी की कमी से परेशान हैं। सरकार और सामाजिक संगठनों द्वारा सार्वजनिक स्थलों पर पानी की व्यवस्था नहीं की गई है। बच्चे...

मेदिनीनगर, हिन्दुस्तान टीम। पलामू जिला के तापमान बुधवार को एक डिग्री घटकर 43 डिग्री सेल्सियस रहा। पिछले चार दिनों से लगातार तापमान बढ़ रहा है। लगन के कारण काफी संख्या में लोग घर से बाहर निकल रहे हैं। गर्मी के कारण बाजार करने वाले और राहगीरों को पीने के लिए सार्वजनिक स्थलों पर शीतल जल की समुचित व्यवस्था नहीं होने के कारण लोग परेशान हैं। मेदिनीनगर शहर सहित पलामू के सभी शहरों में सरकारी विभाग, समाजिक संगठन सहित सामाजिक कार्यकर्ता चौक चौराहों पर पानी की व्यवस्था करते रहे हैं। लेकिन इस वर्ष अभी तक कही भी पीने के लिए शीतल जल की व्यवस्था नहीं की गई है। बुधवार को मेदिनीनगर सिटी में बाजार करने और राहगीर पानी के भटकते नजर आए। इससे काम से बाहर निकलने वाले राहगीरो को परेशानी बढ़ गई है। ठंडे पानी के लिए दुकान से 20 रुपए प्रति लीटर देकर खरीदना पड़ रहा है। मेदिनीनगर शहर के चौक चौराहों पर अभी तक शीतल जल के लिए प्याऊ की व्यवस्था नहीं किया गया है। सार्वजनिक स्थानों पर भी पेयजल की व्यवस्था नहीं है। मेदिनीनगर बाजार की स्थिति और भी खराब है। शहर के कुछ स्थानों पर प्याऊ की व्यवस्था है भी तो पीने के लिए पानी उपलब्ध नहीं है। कही पानी है तो पीने के लिए कोई सुविधा नहीं है। प्यासे लोग नल से मुंह लगाकर पानी पीने के लिए विवश हैं। शहर के इक्के-दुक्के जगहों पर ही प्याऊ चालू है।
डाल्टनगंज रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड में पानी पीने के लिए भटक रहे हैं। लोग दुकानों से पानी खरीद कर प्यास बुझा रहे हैं। डाल्टनगंज रेलवे स्टेशन पर लगाए गए वाटर वेंडिंग मशीन से पानी लेने के लिए यात्रियों को पैसा चुकाना पड़ता है। शहर के सार्वजनिक स्थलों पर लगे हैंडपंप भी खराब पड़े हैं। हालांकि विभाग हैंडपंप को दुरुस्त करने में हर साल लाखों रुपए खर्च करती है। इसके बावजूद लोगों को पीने के लिए शुद्ध जल नहीं मिल रहा है। भीषण गर्मी से सबसे ज्यादा बुजुर्गों और बच्चों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों से शहर में बाजार के लिए आ रहे हैं लोग पानी के लिए भटक रहे हैं। शहर में एक भी जगह पर सरकारी स्तर से किसी भी चौराहों पर अभी तक राहगीरों के लिए शीतल जल केंद्र नहीं लगाया है।
गर्मी के कारण दोपहर में समाहरणालय परिसर में पसरा रहा सन्नाटा : भीषण गर्मी और गर्म हवा लोगों को परेशान कर रखा है। बुधवार को दिन के 10 से 12 बजे तक समारहणालय परिसर और कचहरी परिसर में लोगों की अच्छी खासी संख्या दिखी। 12 बजे के बाद समारहणालय परिसर में सन्नाटा छा जा रहा है। कचहरी परिसर में लोगों की संख्या कम हो गई। जिन्हें काम है वैसे लोग अपने पूरे चेहरे को तौलिया से ढ़कर कचहरी परिसर में अपना काम कराते दिखे। कचहरी परिसर के पेड़ों के छाया के नीचे कुछ लोग खड़े होकर गप्प करते दिखे। दोपहर 12 बजे से दो बजे दिन तक लोगों की संख्या काफी कम दिखी। सामान्य मौसम में कचहरी परिसर और समारहणालय परिसर में लोगों की काफी भीड़ होती है। अपने काम से कचहरी में आए अजय कुमार ने कहा कि इतनी गर्मी पड़ रही है कि इसमें कोई काम करने मन भी नहीं कर रहा है। किंतु आवश्यक कार्य है, इस कारण कचहरी आएं है। गर्मी को देखते हुए कचहरी परिसर में सतू बेचने, केतारी के रस, फूट्स ठेले पर बेचने वालों की संख्या में इजाफा भी हो गया है। लोग गर्मी के कारण सतू के ठेला पर सतू पीते दिखें।
स्कूली बच्चों की हो रही है सबसे ज्यादा परेशानी : पलामू जिले में संचालित एक-दो मान्यता प्राप्त स्कूलों को छोड़कर शेष स्कूलों ने अभी तक समय में परिवर्तन नहीं किया है। इस कारण दोपहर में बस में बैठकर घर तक आने में बच्चे पसीने-पसीने हो जा रहे हैं। जबकि सरकारी स्कूल एक अप्रैल से सुबह सात बजे से दोपहर एक बजे तक संचालित किये जा रहे हैं। जिले के अधिकांश निजी स्कूल अभी भी अपने समय सारिणी में कोई परिवर्तन नहीं किया है। दोपहर में बच्चों को स्कूल से आने में भीषण गर्मी में काफी परेशानी हो रही है। वहीं बस स्टॉपेज पर अभिभावक बच्चों के गर्मी का असर नहीं करे इसके लिए तौलिया और पानी लेकर खड़े रह रहे हैं। अभिभावक मनोज मिश्रा ने कहा कि उपायुक्त को संज्ञान लेना चाहिए और भीषण गर्मी को देखते हुए निजी स्कूलों को सुबह साढ़े छह बजे से 11 बजे तक करने का निर्देश दें। ताकि बच्चे 12 बजे पहले सुरक्षित अपने घर पहुंच सकें।
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