पहलगाम में आतंकी घटना के खिलाफ उबला पलामू, पुलिस अलर्ट मोड में
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुई नृशंस आतंकी घटना के खिलाफ पलामू में व्यापक विरोध हो रहा है। स्थानीय लोग सरकार से आतंकवाद पर कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। घटना में मारे गए पर्यटक मनीष रंजन मिश्रा का...

मेदिनीनगर, संवाददाता। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को हुई बर्बर आतंकी घटना के खिलाफ पूरा पलामू उबल रहा है। पर्यटकों से धार्मिक पहचान पूछकर नृशंस हत्या से पूरे सभ्य समाज में बदले की आग प्रज्ज्वलित हो गई है। लोग आतंकवाद पर अंतिम चोट करने के लिए सरकार से कदम उठाने की मांग कर रहे हैं। घटना के विरोध में मंगलवार को विभिन्न संगठन के बैनर तले संवेदनशील पलामूवासी सड़क पर उतरे और अपने-अपने तरीके से दिवंगत पर्यटकों को भारत के संप्रभुता और स्वाभिमान को अक्षुण्य रखने की लड़ाई में बलिदान बताते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की। साथ ही इस नृशंस हत्या के जिम्मेवार लोगों को चुन-चुनकर फांसी के फंदे पर लटकाने की मांग की। इधर पहलगाम की घटना और उसके बाद देश में बढ़े आक्रोश को देखते हुए प्रशासन भी अलर्ट मोड में है। पलामू की पुलिस अधीक्षक रीष्मा रमेशन ने कहा कि जम्मू-कश्मीर की हालात से पलामू काफी भिन्न है। फिर भी प्रशासन पूरी तरह अलर्ट है। किसी को कानून हाथ में नहीं लेने दिया जाएगा। सभी थाना को भी सचेत रहने का निर्देश दिया गया है। वे खुद सभी गतिविधियों पर नजर रखे हुए हैं।
पहलगाम की घटना पलामू से भी सीधा जुड़ा : जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को घटित बर्बर आतंकवादी घटना से पलामू भी सीधे तौर पर जुड़ गय है। आतंकी हमले में अकाल मौत का शिकार बने मनीष रंजन मिश्रा का निकट संबंध पलामू से हैं। इंटेलिजेंस ब्यूरो में कार्यरत मनीष रंजन मिश्रा, बिहार के सासाराम जिले के अरूही गांव के निवासी थे और वर्तमान में हैदराबाद में कार्यरत थे। उनके छोटे भाई की शादी पलामू जिला मुख्यालय सिटी मेदिनीनगर के बारालोटा मोहल्ला निवासी और ग्रामीण बैंक के पदाधिकारी पद से सेवानिवृत मदन मोहन पांडेय की भतीजी से हुई है। मनमोहन पांडे और उनका पूरा परिवार काफी घटना से शोक में डूबा हुआ है। उनके करीबी उनसे मिलकर दुख को बांटने का प्रयास कर रहे हैं।
इधर जम्मू-कश्मीर में पलामू से बड़ी संख्या में लोग तैनात हैं। पहलगाम घटना के बाद सभी के परिजन कश्मीर में पदस्थापित अपने परिजनों को कॉल कर हालात की जानकारी लेते हुए कुशलक्षेम पूछा। सेवानिवृत सैनिक कामाख्या सिंह ने बताया कि उनके गांव और पड़ोस के गांव के दो लोग फिलवक्त कश्मीर में ऑन ड्यूटी हैं। उनसे बात हुई है। दोनों सुरक्षित हैं परंतु माहौल चुनौतीपूर्ण है। पूर्व सैनिक बृजेश शुक्ला भी कश्मीर में तैनात रह चुके हैं। उन्होंने अपने करीबियों से कुशलक्षेम पूछा। साथ ही बताया कि हालात चुनौतीपूर्ण हो गए हैं। इधर रेलवे प्रशासन भी घटना के बाद से अलर्ट मोड में है। पलामू होकर जम्मू तक एक ट्रेन जाती है। इससे बड़ी संख्या में लोग वैष्णव देवी और कश्मीर के लिए जाते हैं। रेलवे के वाणिज्य विभाग के पदाधिकारी विकास कुमार ने बताया कि बुधवार तक टिकट कैंसिल कराए जाने की रिपोर्ट नहीं है। परंतु स्थिति और चुनौतीपूर्ण बनी तो यात्री टिकट कैंसिल कराने लगेंगे।
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