Palamu s Medical College Faces Equipment Shortage in Orthopedic Department उपकरणों की कमी से जूझ रहा एमआरएमसीएच का ऑर्थोपेडिक विभाग, Palamu Hindi News - Hindustan
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उपकरणों की कमी से जूझ रहा एमआरएमसीएच का ऑर्थोपेडिक विभाग

मेदिनी राय मेडिकल कॉलेज अस्पताल के ऑर्थोपेडिक विभाग में उपकरणों की कमी से मरीजों को रेफर किया जा रहा है। सी-आर्म मशीन की अनुपस्थिति के कारण सर्जरी में कमी आई है। डॉक्टरों का कहना है कि उचित उपकरणों की...

Newswrap हिन्दुस्तान, पलामूThu, 24 April 2025 12:42 AM
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उपकरणों की कमी से जूझ रहा एमआरएमसीएच का ऑर्थोपेडिक विभाग

मेदिनीनगर, आनंद कुमार। पलामू के मेदिनी राय मेडिकल कॉलेज अस्पताल (एमआरएमसीएच) का ऑर्थोपेडिक विभाग आवश्यक उपकरणों की कमी से जूझ रहा है। पदस्थापित डॉक्टर सभी प्रकार के आर्थोपेडिक ऑपरेशन करने के लिए खुद को सक्षम और तैयार बताते हैं परंतु उपकरणों की कमी के कारण मरीज को रेफर कर दे रहे हैं। चिकित्सकों का कहना है कि जटिल सर्जरी के लिए व्यवस्थित ऑपरेशन थिएटर और अत्याधुनिक उपकरणों की आवश्यकता है। इसके अभाव में डॉक्टर अपना बेहतर प्रदर्शन नहीं कर पा रहे है। समाप्त हुए वित्तीय वर्ष 2024-25 में एमआरएमसीएच के आर्थोपेडिक विभाग में 24,292 मरीज विभिन्न समस्याओं को लेकर पंजीकृत हुए। परंतु बीते 3 महीने से सी-आर्म मशीन बंद पड़ा है। ऑर्डर के बाद नया मशीन आ भी चुका है मगर अर्थिंग की समस्या का निदान नहीं निकाले जाने के कारण उसे इंस्टॉल नहीं किया गया है। परेशान मरीजों को प्राथमिक चिकित्सा के बाद रेफर किया जा रहा है। सीआर्म मशीन का उपयोग वास्तविक समय में हड्डियों, जोड़ों और नरम उतकों को देखने के लिए किया जाता है। इसके बाद डॉक्टर फ्रैक्चर का इलाज करते हैं।

ऑर्थोपेडिक विभागाध्यक्ष डॉ शशिकांत सुमन ने बताया कि सीआर्म मशीन ऑर्थोपेडिक विभाग के लिए अति महत्वपूर्ण मशीन है। इसकी कमी से ऑपरेशन की जरूरत वाले का मात्र 15 प्रतिशत मरीज की ही सर्जरी की जा रही है। वित्तीय वर्ष 2024-25 में लगभग 1200 मरीज रेफर किए गए हैं। वर्तमान ऑर्थोपेडिक विभाग में लिगामेंट सर्जरी, जोड़ प्रत्यारोपण, स्पाइन सर्जरी, आर्थो सर्जरी सहित सभी प्रकार के सर्जरी किया जाता है। मरीज इसका लाभ उठा सकते है।

ऑर्थोपेडिक विभाग में मरीजों की बढ़ रही संख्या के बारे में डॉ सुमन ने बताया कि वर्तमान में खान पान की शैली, इनडोर खेल और फोन में बच्चो के उलझने के कारण वे बाहर मैदान में खेल नहीं पा रहे है । परिणतः उनकी हड्डियां कमजोर हो रही है। बच्चे धूप में नहीं निकल रहे है जिसके कारण उनके शरीर में कैल्शियम की कमी हो जा रही है। कैल्शियम हड्डियों के रख-रखाव और निर्माण के लिए अति-आवश्यक है। एमआरएमसीएच जिले का सबसे बड़ा अस्पताल है। लोग बड़ी उम्मीद के साथ हड्डियों से संबंधित इलाज के लिए यहां पहुंचते है। अत्याधुनिक मशीन सहित एडवांस ऑपरेशन थिएटर की कमी के कारण उनका इलाज संभव नहीं हो पा रहा है। कॉलेज प्रबंधन को विभाग की कमियों को ठीक करते हुए सुविधाओं को सुदृढ करना होगा ।

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