कोयला खदान विस्तारीकरण को लेकर प्रबंधन ने ग्रामीणों संग की वार्ता
पिपरवार में सीसीएल के अशोक परियोजना के तहत पीएलआर कंपनी द्वारा कोयला खनन के लिए ग्रामीणों के साथ बैठक हुई। ग्रामीणों ने कहा कि जब तक उन्हें जमीन का मुआवजा और नौकरी नहीं मिलता, वे खनन कार्य नहीं होने...

पिपरवार, संवाददाता। सीसीएल पिपरवार प्रबंधन के द्वारा अशोक परियोजना कोयला खदान विस्तारीकरण को लेकर बुधवार को पीएलआर कैंप परिसर में ग्रामीणों के साथ बैठक की। इसकी अध्यक्षता अशोका परियोजना पदाधिकारी जितेंद्र कुमार सिंह और संचालन कंपनी के अधिकारी शिवा रेड्डी ने किया। इस बैठक के दौरान ग्रामीणों ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि जहां अभी अशोक परियोजना में पीएलआर कंपनी का काम चल रहा है वह जमीन हम ग्रामीणों के कब्जे में है जब तक हम ग्रामीणों को जमीन का नौकरी और मुआवजा नहीं मिल जाता है तब तक हम लोग अपनी जमीन पर कोयला खनन का कार्य नहीं होने देंगे। ग्रामीणों ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कहा कि जमीन पर दखल और कब्जा हमारा है, लेकिन कागज में किसी और जमीन का कागज किसी और के नाम पर कर दिया गया है जो एक बड़ी साजिश है, जिसे हम लोग सफल नहीं होने देंगे। करीब तीन घंटे तक चली बैठक में कोई निर्णय नहीं निकल सका, ग्रामीण अपनी मांगों पर अड़े रहे।
जमीन के अभाव में 15 दिनों से बंद है पीएलआर पैच का काम-काज: जमीन के अभाव में पिपरवार क्षेत्र के अशोका परियोजना के पीएलआर पैच से कोयला का उत्पादन और ओबी का उत्पादन कार्य पूरी तरह से बंद है, जिसके कारण कंपनी को प्रतिदिन लाखों रुपए का नुकसान होने का अनुमान है।
इस बैठक में पीएलआर कंपनी की ओर से शिवा रेड्डी, स्वप्न दास, टंडवा प्रखंड की ओर से कर्मचारी अंबिका कुमार, अमीन इंद्रदेव कुमार, सीसीएल अधिकारी के रूप में अशोका परियोजना पदाधिकारी जितेंद्र कुमार सिंह, भूमि एवं राजस्व पदाधिकारी सच्चिदानंद सिंह, ग्रामीणों की ओर से पूर्व मुखिया अलेक्जेंडर तिग्गा, फुलचंद तिग्गा, दिनेश तिग्गा, सुरेंद्र टाना भगत, रामे टाना भगत, किरण देवी समेत अन्य लोग उपस्थित थे।
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