मूल्यवान जीवन रक्षा के लिए हर मोर्चे पर खड़े रहेंगे डॉक्टर
रांची में रिम्स के जूनियर डॉक्टरों ने युद्ध की स्थिति में अपने कर्तव्य को लेकर बयान दिया। उन्होंने कहा कि वे घायल सैनिकों और नागरिकों की देखभाल के लिए तत्पर हैं। डॉक्टरों का मानना है कि मानवता और देश...

रांची। भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध की स्थिति में चिकित्सकों का दायित्व बढ़ जाएगा। युद्ध के दौरान चिकित्सा पेशेवरों की भूमिका बढ़ जाती है, क्योंकि उन्हें घायल और बीमार सैनिकों और नागरिकों की देखभाल करनी होती है। इसके साथ ही, उन्हें युद्ध के कारण फैलने वाले रोगों से निपटने के लिए भी तैयार रहना पड़ता है। वर्तमान परिस्थिति पर रिम्स के जूनियर डॉक्टरों ने कहा कि हमारे हाथों में जिस प्रकार से भी जीवन बचाने की शक्ति है, उसका पूरा उपयोग करेंगे। सेना अपना काम कर रही है, अब हमारी बारी है। जहां भी जैसे भी हालात होंगे हम अपनी सेवा दिन-रात देने को तत्पर रहेंगे।
देश सेवा के लिए हर वक्त तैयार हूं। हमारे से लिए सभी लोगों का जीवन मूल्यवान होता है। हमारे हाथ सदैव जीवन रक्षा को उठते हैं। देश प्रथम है। जहां भी रक्षा और सेवा की बात होगी देश के सभी चिकित्सक अपना संपूर्ण योगदान देंगे। -डॉ कीर्ति, जूनियर डॉक्टर, रिम्स मानवता और देश से बड़ी कोई सेवा नहीं। हम सभी चिकित्सक किसी भी प्रकार की विषम परिस्थिति में सेना और अपने जवानों के साथ खड़े हैं। अगर जरूरत पड़ी तो सीमा पर भी अपनी सेवाएं देने के लिए तैयार हैं। -डॉ विमलेश कुमार, जूनियर डॉक्टर, रिम्स डॉक्टर होने के नाते मेरा कर्तव्य है मूल्यवान जीवन की रक्षा करना। इस परिस्थिति में हम सभी चिकित्सक अपने वीर जवानों के साथ हर समय कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हैं। सेना और देश को अपनी सेवा हर स्तर पर देंगे। -डॉ अर्चना कुमार, जूनियर डॉक्टर, रिम्स हम डॉक्टरों का काम ही है देश के लोगों को अपनी सेवा देना। हम सभी चिकित्सक युद्ध की स्थिति में देश के साथ पूरी तरह से खड़े हैं। जहां भी जरूरत होगी हम उपलब्ध होंगे। -डॉ ओमप्रकाश, जूनियर डॉक्टर, रिम्स
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