वेट लॉस के लिए ज्यादा डिटॉक्स वाटर पीने वाले हो जाएं सावधान, ये होते हैं नुकसान
क्या आप जानते हैं बॉडी डिटॉक्स करके मोटापा कम करने के लिए पिए जाने वाले इन ड्रिंक्स का सेवन अगर जरूरत से ज्यादा कर लिया जाए तो यह सेहत को फायदे की जगह नुकसान पहुंचाने लगते हैं। आइए जानते हैं कैसे

आपने अकसर इस कहावत का यूज लोगों को करते हुए कई बार सुना होगा कि अच्छा हो या बुरा अति 'हर चीज की बुरी होती है'। ऐसा ही कुछ मोटापा कम करने के लिए पिए जाने वाले डिटॉक्स वाटर के साथ भी है। युवाओं के बीच आजकल वजन कम करने के लिए डिटॉक्स ड्रिंक्स पीने का ट्रेंड काफी वायरल हो रहा है। लोग वेट लॉस के लिए इसका सेवन बिना सोचे-समझे कर रहे हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं बॉडी डिटॉक्स करके मोटापा कम करने के लिए पिए जाने वाले इन ड्रिंक्स का सेवन अगर जरूरत से ज्यादा कर लिया जाए तो यह सेहत को फायदे की जगह नुकसान पहुंचाने लगते हैं। आइए जानते हैं कैसे
क्या होता है डिटॉक्स वाटर?
दरअसल, डिटॉक्स वाटर वह पानी होता है जिसमें पोषक तत्वों की मात्रा बढ़ाने के लिए फ्रेश फ्रूट्स, सब्जियां और जड़ी-बूटियों को मिलाया जाता है। इस पानी का स्वाद सादे पानी पीने की तुलना में अच्छा और अतिरिक्त लाभ देता है।
सेहत के लिए कैसे फायदेमंद डिटॉक्स वाटर?
डिटॉक्स वाटर का स्वाद सादे पानी से अलग और अच्छा होता है। जिसकी वजह से व्यक्ति के लिए शरीर में पानी की पर्याप्त मात्रा को पूरा करना आसान हो जाता है। डिटॉक्स वॉटर का नियमित सेवन इम्यूनिटी बूस्ट करने,बॉडी में पीएच लेवल को बनाए रखने और शरीर से टॉक्सिन्स बाहर निकालने में मदद करता है, जिससे वेट लॉस में मदद मिलती है।
जरूरत से ज्यादा डिटॉक्स वाटर पीने के नुकसान
हाइपोनेट्रेमिया की समस्या
डिटॉक्स वाटर के जरिए शरीर को जरूरत से ज्यादा पानी देने से हाइपोनेट्रेमिया की समस्या हो सकती है। इस स्थिति में शरीर पानी के साथ सोडियम और पोटैशियम जैसे जरूरी इलेक्ट्रोलाइट्स भी बाहर निकालना शुरू कर देता है। जिसकी वजह से व्यक्ति में जी मिचलाना, उल्टी और चक्कर आने जैसे लक्षण दिखाई देने लगते हैं।
एसिडिटी
नींबू, संतरा जैसे अन्य खट्टे फलों से बने डिटॉक्स वॉटर का अधिक सेवन करने से व्यक्ति को एसिडिटी,हार्टबर्न, या गैस की समस्या हो सकती है। ऐसा खासतौर पर डिटॉक्स वॉटर खाली पेट पीने से हो सकता है।
कैविटी की समस्या
नींबू, सेब का सिरका, जैसे खट्टी चीजों से बने डिटॉक्स वॉटर का अधिक सेवन करने से दांतों के इनेमल को नुकसान पहुंचा सकता है। जिससे दांत संवेदनशील हो जाते हैं और उनमें कैविटी का खतरा बढ़ सकता है।
एलर्जी का खतरा
कई बार कुछ लोगों को डिटॉक्स वॉटर में डाली गई चीजें जैसे पुदीना, तुलसी, या किसी फल से एलर्जी हो सकती है। जो त्वचा पर चकत्ते, खुजली, या सांस लेने में तकलीफ जैसी समस्याओं का कारण बन सकता है। ऐसे में इस समस्या से बचने के लिए डिटॉक्स वाटर में किसी भी नई सामग्री को जोड़ने से पहले उसे थोड़ी मात्रा में आजमाएं।
हाइपरविटामिनोसिस
कई बार डिटॉक्स वॉटर को बनाते समय उसमें अजवाइन, सौंफ, या विटामिन सी युक्त फल ज्यादा मात्रा में यूज कर लिए जाते हैं। ऐसे में इस पानी का ज्यादा सेवन शरीर में विटामिन या खनिज की अधिकता (हाइपरविटामिनोसिस) की समस्या पैदा कर सकता है, जो सेहत के लिए नुकसानदेह होता है।
सावधानियां
-रोजाना एक ही तरह का डिटॉक्स वॉटर न पिएं।
-खाली पेट खट्टी चीजों से बना डिटॉक्स वॉटर पीने से बचें।
-दिन में 8 से 10 गिलास से ज्यादा डिटॉक्स वाटर नहीं पीना चाहिए।
-किसी तरह के रोग से पीड़ित होने पर डिटॉक्स वॉटर शुरू करने से पहले डॉक्टर से सलाह लें।
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