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पाकिस्तान से टेंशन के बीच भारत की बड़ी कामयाबी, स्ट्रैटोस्फेरिक एयरशिप ने भरी पहली सफल उड़ान

पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान में जारी तनाव के बीच डीआरडीओ ने एक बड़ी कामयाबी हासिल की है। मध्य प्रदेश के श्योपुर स्थित परीक्षण स्थल से स्ट्रैटोस्फेरिक एयरशिप की पहली उड़ान का सफल परीक्षण किया गया। उड़ान की कुल अवधि लगभग 62 मिनट रही और इसे सफलतापूर्वक रिकवर कर लिया गया।

Subodh Kumar Mishra लाइव हिन्दुस्तान, श्योपुर, मध्य प्रदेशSun, 4 May 2025 06:42 PM
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पाकिस्तान से टेंशन के बीच भारत की बड़ी कामयाबी, स्ट्रैटोस्फेरिक एयरशिप ने भरी पहली सफल उड़ान

पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत-पाकिस्तान में जारी तनाव के बीच डीआरडीओ ने एक बड़ी कामयाबी हासिल की है। मध्य प्रदेश के श्योपुर स्थित परीक्षण स्थल से स्ट्रैटोस्फेरिक एयरशिप की पहली उड़ान का सफल परीक्षण किया गया। उड़ान की कुल अवधि लगभग 62 मिनट रही और परीक्षण टीम ने सिस्टम को सफलतापूर्वक रिकवर कर लिया।

रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) ने एक बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए स्ट्रैटोस्फेरिक एयरशिप प्लेटफॉर्म की पहली उड़ान का सफल परीक्षण किया। यह परीक्षण मध्य प्रदेश के श्योपुर स्थित परीक्षण स्थल से किया गया।

यह अत्याधुनिक एयरशिप, आगरा स्थित एरियल डिलीवरी रिसर्च एंड डेवलपमेंट एस्टैब्लिशमेंट द्वारा विकसित की गई है। इसे लगभग 17 किलोमीटर की ऊंचाई तक एक उपकरणीय पेलोड के साथ लॉन्च किया गया। उड़ान की कुल अवधि लगभग 62 मिनट रही और परीक्षण टीम ने सिस्टम को सफलतापूर्वक रिकवर कर लिया।

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इस उपलब्धि पर डीआरडीओ को बधाई दी। सिंह ने कहा कि यह प्रणाली भारत की पृथ्वी अवलोकन तथा खुफिया, निगरानी और टोही (ISR) क्षमताओं को विशिष्ट रूप से बढ़ाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि इससे भारत उन गिने-चुने देशों में शामिल हो गया है जिनके पास इस तरह की स्वदेशी तकनीक है।

रक्षा अनुसंधान और विकास विभाग के सचिव एवं डीआरडीओ के अध्यक्ष डॉ. समीर वी. कामत ने भी इसकी डिजाइन, विकास और परीक्षण में शामिल टीम को बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह प्रोटोटाइप उड़ान ऐसे हल्के-से-हवा वाले उच्च ऊंचाई प्लेटफॉर्म सिस्टम की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, जो स्ट्रैटोस्फियर की ऊंचाई पर बहुत लंबे समय तक हवा में टिके रह सकते हैं।

रिपोर्टः अमित कुमार

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