जो पाकिस्तान को ड्रोन दे, उसे भारत में टेंडर क्यों; तुर्की विरोध के बीच MP सरकार पर कांग्रेस का तीखा हमला
उमंग सिंघार ने कहा, 'मोहन यादव की सरकार ने ही विचार करके ही कॉन्ट्रेक्ट दिया है, क्या सोचकर दिया है, अलग बात है। आपकी सरकार है, आपकी सरकार ने अगर कोई निर्णय लिया है तो कैलाश जी और मुख्यमंत्री जी को कोई निर्णय लेना चाहिए।

पहलगाम हमले के बाद आतंकियों के खिलाफ चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान का साथ देने की वजह से इन दिनों देश में तुर्की विरोधी भावनाएं चरम पर हैं, और देशभर में लोग तुर्की का बहिष्कार करते हुए उसके साथ व्यापारिक रिश्ते तोड़ने व वहां घूमने नहीं जाने की बात कह रहे हैं। इसी विरोध अभियान के बीच मध्य प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने मध्य प्रदेश सरकार पर एक बड़ा आरोप लगाया है। सिंघार का कहना है कि प्रदेश के इंदौर व भोपाल शहर में जिस कंपनी को मेट्रो प्रोजेक्ट का ठेका दिया गया है, यह वही कंपनी है जिसके बनाए ड्रोन तुर्की ने पाकिस्तान को दिए थे, और फिर उन्हीं ड्रोन्स से पड़ोसी देश ने हम पर हमला किया था।
इस बारे में सोशल मीडिया पर आरोप लगाते हुए उमंग सिंघार ने लिखा, 'जो पाकिस्तान को हथियार दे, उसे भारत में टेंडर क्यों? मार्च 2024 में भोपाल और इंदौर मेट्रो प्रोजेक्ट का फेयर कलेक्शन टेंडर तुर्की की कंपनी "ASIS Elektronik" (ASIS इलेक्ट्रॉनिक) को दिया गया है। यह वही समूह है जिसकी एक शाखा "ASISGuard" वर्ष 2019 से तुर्की में ड्रोन निर्माण कर रही है और पिछले कई वर्षों से पाकिस्तान को ड्रोन सप्लाई कर रही है।'
आगे उन्होंने लिखा, 'विशेष रूप से, हाल ही में भारत पर हुए ड्रोन हमलों में इस्तेमाल हुए पाकिस्तान के "Songar" (सोनगार) ड्रोन ASISGuard के ही उत्पाद थे, जिनसे कई निर्दोष भारतीय नागरिकों की जानें गईं। ऐसे में सवाल उठता है कि जो कंपनी वर्षों से पाकिस्तान को सैन्य तकनीक सप्लाई कर रही हो, उसे मध्यप्रदेश में मेट्रो प्रोजेक्ट का टेंडर कैसे दिया गया? क्या यह राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए कोई खतरा नहीं?'
वहीं अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर किए एक अन्य वीडियो में उमंग सिंघार कहते हैं, 'मोहन यादव की सरकार ने ही विचार करके ही कॉन्ट्रेक्ट दिया है, क्या सोचकर दिया है, अलग बात है। आपकी सरकार है, आपकी सरकार ने अगर कोई निर्णय लिया है तो कैलाश जी और मुख्यमंत्री जी को तत्काल निरस्त करने का कोई निर्णय लेना चाहिए। बयानबाजी से क्या होता है। महत्वपूर्ण यह है कि भोपाल और इंदौर को मेट्रो कब और कितनी जल्दी मिले, यह महत्वपूर्ण है, इस पर बात होना चाहिए। '
वहीं इंदौर के राजवाड़ा में मंगलवार को हुई मंत्रिमंडल की बैठक करने पर सवाल उठाते हुए सिंघार ने लिखा, 'राजवाड़ा जैसे भीड़भाड़ वाले व्यापारिक इलाके में कैबिनेट बैठक करना और उसके लिए पूरे इलाके को सील कर देना, दुकानें बंद करवा देना, क्या यही है जनता के हित में फैसला लेने का तरीका? जहां रोज़ाना हज़ारों लोग रोज़ी-रोटी कमाते हैं, वहां सरकार ने एक बैठक के लिए सबकुछ बंद करवा दिया। ये कैसी सरकार जो जनता की रोजी रोटी बंद करवाकर बैठक कर रही है? क्या भाजपा सिर्फ अपने इवेंट मैनेजमेंट को प्राथमिकता दे रही है?'