उमर अब्दुल्ला आतंकियों से मिले हुए,राहुल भी सोचकर बोलें;पहलगाम पर क्या बोल गए दिग्विजय सिंह के भाई
कांग्रेस के पूर्व सांसद व विधायक लक्ष्मण सिंह ने कहा- 'मेरा बड़ा स्पष्ट कहना है, और मैं कैमरे पर कह रहा हूं, पार्टी को मुझे निकालना है अभी हाल निकाल दे, मुझे मतलब नहीं है, लेकिन मेरे लिए देश और देशवासी पहले हैं।'

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के छोटे भाई लक्ष्मण सिंह का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें वह पहलगाम आतंकवादी हमले के लिए जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला को जिम्मेदार बताते हुए कांग्रेस पार्टी से वहां की सरकार से समर्थन वापस लेने की मांग कर रहे हैं। इस वीडियो में कांग्रेस नेता लक्ष्मण सिंह ने राहुल गांधी के जीजा रॉबर्ट वाड्रा के उस बयान पर भी निशाना साधा जिसमें उन्होंने कहा था कि मुस्लिमों में बहुत सी बातों को लेकर गुस्सा है इसलिए वह हमला कर रहे हैं। सिंह ने कहा कि ऐसा बचपना हम कब तक सहते रहेंगे। साथ ही उन्होंने नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी को भी सोच-समझकर बोलने की सलाह दी। कांग्रेस नेता ने कहा कि पार्टी को मुझे निकालना है तो निकाल दे लेकिन मेरे लिए देश और देशवासी पहले हैं।
'राज्य सरकार तय करती है, फौज कहां लगेगी'
वरिष्ठ कांग्रेस नेता और पूर्व सांसद व विधायक का यह वीडियो मध्य प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता नरेंद्र सलूजा ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर किया है। इस वायरल वीडियो में लक्ष्मण सिंह कह रहे हैं, ‘मुख्यमंत्री जो होता है, वह यह तय करता है। चुनी हुई सरकार यह तय करती है कि फौज कहां लगेगी और पुलिस कहां लगेगी। यही लोग तय करते हैं, और जहां ये बताते हैं, फौज वहां जाकर लग जाती है। अब जहां फौज लगी है वहां इन्होंने हमला नहीं किया। जहां टूरिस्ट इकट्ठे हो रहे थे, वहां मुख्यमंत्री ने पुलिस क्यों नहीं लगाई। वहां एक सिपाही नहीं था, एक गोली नहीं चली इसका दोषी कौन है।’
आगे उन्होंने कहा, 'आतंकवादी तो दोषी हैं ही, पर वो (उमर) मिला हुआ है। मैं आज कैमरे पर कह रहा हूं, उमर अब्दुल्ला जो है, मुख्यमंत्री जम्मू-कश्मीर का वो आतंकवादियों से मिला हुआ है, और कांग्रेस पार्टी को इनसे समर्थन वापस लेना चाहिए, मैंने इस बारे में कांग्रेस अध्यक्ष खरगे जी को मेल भी लिखा है और मैं राहुल गांधी से भी कहूंगा कि इनसे समर्थन वापस लीजिए, ताकि गिरे ये सरकार, हटे ये सरकार। इसको डिसमिस करिए।'

'हम लोग कब तक बचपना झेलेंगे'
आगे रॉबर्ट वाड्रा के बयान का जिक्र करते हुए लक्ष्मण सिंह ने उन पर भी हमला बोला और कहा, 'और हमारा रॉबर्ट वाड्रा, जीजाजी राहुल जी का , उन्होंने क्या कहा, कि मुसलमानों को सड़क पर नमाज़ नहीं पढ़ने देते इसलिए आतंकवादियों ने हमला किया। यह बचपना हम लोग कब तक झेलेंगे। इन दोनों को... इनकी तो सरकार भंग करिए और राहुल गांधी भी थोड़ा सोच समझकर बात करें, नेता प्रतिपक्ष हैं वो। ये नादानियां इनकी जो हैं, इनकी वजह से आज इस तरह की घटनाएं होती है...नहीं तो किसी की हिम्मत नहीं हैं। अगर वहां पुलिस होती तो वहां चार-पांच लोग क्या कर लेते।'
'10 बार सोच-समझकर बोलें.. वरना'
कांग्रेस नेता ने आगे कहा, 'मेरा बड़ा स्पष्ट कहना है, मैं कैमरे पर कह रहा हूं, पार्टी को मुझे निकालना है अभी हाल निकाल दे, मुझे मतलब नहीं है, लेकिन मेरे लिए देश और देशवासी पहले हैं। और जो भी हमारे नेता बोलते हैं, दस बार सोच-समझकर बोलें, नहीं तो उसका परिणाम उनको चुनाव में भुगतना पड़ेगा।'
बता दें कि दिग्विजय सिंह के छोटे भाई लक्ष्मण सिंह कई बार सांसद व विधायक रह चुके हैं। वह अपने परिवार की परंपरागत राघौगढ़ सीट से पार्टी का प्रतिनिधित्व करते रहे हैं। साल 2004 में वह भाजपा में शामिल हो गए थे, लेकिन साल 2013 में वह एकबार फिर कांग्रेस में शामिल हो गए।
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