जंगली हाथियों का उत्पात, झुंड ने किया 14 घरों को तबाह; भागने पर मजबूर हुए लोग
हाथियों के झुंड ने 14 घरों को तोड़ डाला। उनके झुंड में 18 से 20 हाथी शामिल थे। इतनी संख्या में हाथियों को देख वहां रह रहे लोग भयभीत हो गए और मौका पाते अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे।

महाराष्ट्र के गढ़चिरौली में हाथियों के झुंड ने एक गांव पर हमला बोल दिया है। हाथियों के झुंड ने एक-दो नहीं बल्कि 14 घरों को तोड़ डाला। उनके झुंड में 18 से 20 हाथी शामिल थे। इतनी संख्या में हाथियों को देख वहां रह रहे लोग भयभीत हो गए और मौका पाते अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे। स्थानियों के मुताबिक हाथियों के हमले से वहां के लोग बमुश्किल ही बचे मगर उनके उत्पात से मकानों को नहीं बचाया जा सका। हाथियों ने बड़ी सख्या में घरों को तबाह कर दिया।
रिपोर्ट्स के मुताहिक अम्बेजारी पहाड़ियों और घने जंगलों से घिरा हुआ एक गांव है। अंधली (सोनपुर) समूह ग्राम पंचायत के अंतर्गत यहां केवल 36 परिवार रहते हैं। इस आदिवासी गांव में 2 अगस्त को सुबह-सुबह बड़ा हादसा हो गया। 18 से 20 जंगली हाथियों के झुंड ने हमला बोल दिया। उन्होंने घरों को नष्ट करना शुरू कर दिया। अचानक हुए इस हमले से घबराए नागरिक अपने बच्चों को लेकर घरों से बाहर भाग गए।
कुछ देर बाद ग्रामीणों ने खुद को संभाला और आग जलाई। हाथियों के झुंड को खदेड़ने की कोशिश की। हालांकि, हाथियों के सामने ग्रामीणों की कोशिश नाकाफी थी। सूचना मिलने के बाद पुराडा वन परिक्षेत्र अधिकारी बालाजी दिघोड़े ने गांव का दौरा किया। घटना का पंचनामा कर लिया गया है।
हाथियों के इस हमले में कई घर ढह गये। घरों के साथ-साथ घरों में रखे अनाज की भी हानि हुई है। अत्यंत सुदूर गांव होने के कारण यहां चार से छह महीने का अनाज स्टोर किया जाता है। हालांकि, ग्रामीणों को चौतरफा नुकसान हुआ है। उनके सिर के ऊपर से छत चली गयी है अनाज भी बर्बाद हो गया है। ग्रामीणों की मांग है कि सरकार अनाज मुहैया कराये और मुआवजा दे।