पुलिस ने शिकंजा कसा तो हुर्रियत से दूर भागने लगे अलगाववादी, तीन संगठनों ने छोड़ा साथ
- गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि तीन और अलगाववादी संगठनों ने हुर्रियत का साथ छोड़ दिया है। उन्होने कहा कि लोगों को भारत के संविधान पर भरोसा है।

जम्मू-कश्मीर में अलगाववादी हुर्रिरयत से अब उसके सहयोगियों का ही मोहभंग होने लगा है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को बताया कि ‘जम्मू-कश्मीर इस्लामिक पॉलिटिकल पार्टी’, ‘जम्मू-कश्मीर मुस्लिम डेमोक्रेटिक लीग’ और ‘कश्मीर फ्रीडम फ्रंट’ ने अलगाववादी समूह हुर्रियत कॉन्फ्रेंस से खुद को अलग कर लिया है। शाह ने कहा कि यह कदम संविधान में लोगों के भरोसे को दर्शाता है। यह घोषणा ऐसे समय में की गई है जब शाह तीन दिवसीय यात्रा पर जम्मू-कश्मीर में हैं।
शाह ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, एकजुट एवं शक्तिशाली भारत को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का दृष्टिकोण आज और भी सुदृढ़ हुआ है तथा अब तक 11 संगठनों ने अलगाववाद को त्यागकर इस दृष्टिकोण के प्रति अटूट समर्थन दर्शाया है। शाह ने जम्मू कश्मीर में सोमवार को भारत-पाकिस्तान अंतरराष्ट्रीय सीमा पर एक अग्रिम चौकी का दौरा किया था। वह मंगलवार को केंद्र शासित प्रदेश में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा करेंगे।
बता दें कि जम्मू-कश्मीर में पुलिस उन लोगों पर शिकंजा कस रही है जो कि किसी भी अलगाववादी संगठन से जुड़े हुए हैं। पुलिस ने कई अलगाववादियों के घरों पर छापा मारा और उनके खिलाफ सबूत भी इकट्ठे किए हैं। 25 मार्च को दो अलगाववादी संगठनों जम्मू-कश्मीर पीपल्स मूवमेंट (JKPM) और जम्मू-कश्मीर डेमोक्रेटिक पॉलिटिकल मूवमेंट (JKDPM) ने ऐलान किया था कि वे हुर्रियत से नाता तोड़ रहे हैं। इसके बाद 27 मार्च को अमित शाह ने दोनों ही संगठनों के इस फैसले का स्वागत किया था। इसके अलावा जम्मू-कश्मीर तहरीक-ए-इस्तेकलाल और जम्मू-कश्मीर तहरीक-ए इस्तिकामत ने भी हुर्रियत से दूरी बनाने का फैसला किया है।