बेंगलुरु रोड रेज में नया ट्विस्ट! खुद हमला करते दिखे विंग कमांडर बोस और पत्नी, CCTV फुटेज वायरल
- अब सामने आए CCTV फुटेज में देखा गया कि विंग कमांडर बोस और उनकी पत्नी खुद उस युवक के पास गए जो नीली जैकेट में था। वीडियो में बोस को हमला शुरू करते हुए देखा गया।

भारतीय वायुसेना (आईएएफ) अधिकारी के साथ बेंगलुरु में हुई रोड रेज की घटना ने नया मोड़ ले लिया है। इसका सीसीटीवी फुटेज सामने आया है। इसमें विंग कमांडर शिलादित्य बोस को एक बाइक सवार पर हमला करते हुए देखा गया। यह घटना 18 अप्रैल को सुबह करीब 6:20 बजे सीवी रमन नगर के डीआरडीओ कॉलोनी से केम्पेगौड़ा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे की ओर जाते समय हुई। शुरुआती दावों में बोस ने कहा था कि उन्हें और उनकी पत्नी, स्क्वाड्रन लीडर मधुमिता, को एक बाइक सवार और कुछ अन्य लोगों ने हमला किया था, लेकिन नए फुटेज ने इस कहानी को उलट दिया है।
क्या है मामला?
विंग कमांडर आदित्य बोस और DRDO में कार्यरत उनकी पत्नी स्क्वॉड्रन लीडर मधुमिता तड़के लगभग 6 बजे एयरपोर्ट जाने के लिए अपने घर से निकले थे। सोशल मीडिया पर पहले आई दो वीडियो में बोस ने आरोप लगाया था कि एक बाइक सवार ने उनकी कार को रोका और उन पर तथा उनकी पत्नी पर कन्नड़ में गालियां दीं। बोस ने यह भी बताया कि जब बाइक सवार ने उनकी कार पर DRDO का स्टिकर देखा, तो वह और उग्र हो गया।
बोस के मुताबिक, जब वह गाड़ी से बाहर निकले, तो बाइक सवार ने चाबी से उनके माथे पर हमला किया, जिससे उन्हें खून भी निकला। उन्होंने दावा किया कि इसके बाद अन्य लोग भी जुड़ गए और एक ने पत्थर से हमला किया।
मधुमिता ने दर्ज कराई शिकायत
हालांकि, बोस को कोलकाता के लिए रवाना होना था, इस कारण उन्होंने शिकायत दर्ज नहीं कराई। बाद में मधुमिता ने बैयप्पनहल्ली पुलिस स्टेशन में शिकायत दी, जिसके आधार पर FIR दर्ज कर एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया। शिकायत में मधुमिता ने कहा, “बाइक सवार ने हमारी कार को लात और पत्थर से मारा और कहा, ‘तुम लोग DRDO से हो, स्टिकर दिख रहा है... यह कन्नड़ भूमि है, अब देखो मैं क्या करता हूं।’”
CCTV फुटेज ने बदली कहानी
अब सामने आए CCTV फुटेज में देखा गया कि विंग कमांडर बोस और उनकी पत्नी खुद उस युवक के पास गए जो नीली जैकेट में था। वीडियो में बोस को हमला शुरू करते हुए देखा गया। उन्होंने युवक को धक्का दिया, उसे सड़क पर गिराया और लात-घूंसे मारे। वहीं उनकी पत्नी मधुमिता को भी युवक पर चिल्लाते और उग्र शब्दों का इस्तेमाल करते देखा गया। एक अन्य फुटेज में बोस को युवक को पकड़कर उसका गला दबाते और उसे सड़क पर घसीटते हुए देखा गया। राहगीर उन्हें रोकने की कोशिश करते हैं, लेकिन बोस हमला जारी रखते हैं।
पुलिस का बयान
पूर्वी क्षेत्र के डीसीपी देवराज डी ने कहा, “सुबह लगभग 6 बजे एक बाइक सवार और एक वायु सेना अधिकारी के बीच झगड़ा हुआ। हमने CCTV फुटेज की जांच की है। दोनों पक्षों की ओर से गलती हुई है। यह एक स्पष्ट रोड रेज का मामला है। हमने शिकायत दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।” डीसीपी ने इस मामले को "स्पष्ट रूप से रोड रेज" करार दिया। उन्होंने कहा, "यह कोई क्षेत्रीय या भाषाई विवाद नहीं है। दोनों पक्षों ने एक-दूसरे पर हमला किया। हमने सीसीटीवी फुटेज और प्रत्यक्षदर्शियों के वीडियो की जांच की है, जिससे साफ है कि यह विवाद टाला जा सकता था।" डीसीपी ने बताया कि विकास कुमार एक कॉल सेंटर कर्मचारी है और बेंगलुरु के बाबूसपाल्या का निवासी है। उसको गिरफ्तार कर लिया गया है। विकास ने अभी तक बोस के खिलाफ कोई जवाबी शिकायत दर्ज नहीं की है, लेकिन पुलिस ने संकेत दिया है कि अगर विकास शिकायत करता है, तो बोस के खिलाफ भी मामला दर्ज किया जा सकता है।
क्या-क्या बोले थे विंग कमांडर शिलादित्य बोस?
इससे पहले वायु सेना के विंग कमांडर शिलादित्य बोस ने आरोप लगाया कि दोपहिया वाहन पर उनका पीछा कर रहे कुछ लोगों ने उन (अधिकारी) पर हमला किया और उनके साथ गाली-गलौज भी की। शिलादित्य बोस ने सोशल मीडिया मंच ‘इंस्टाग्राम’ पर इस घटना का वीडियो साझा किया, जिसमें उन्होंने घटनाक्रम का विवरण दिया और अपने चेहरे एवं गर्दन पर लगी चोट के निशान दिखाए। उनके चेहरे एवं गर्दन से खून बहता हुआ नजर आ रहा था। उन्होंने वीडियो में आरोप लगाया, ‘‘हम डीआरडीओ, सीवी रमन नगर फेज-1 में रहते हैं। आज सुबह मेरी पत्नी मुझे हवाई अड्डे छोड़ने जा रही थी तभी पीछे से एक बाइक सवार आया और उसने हमारे वाहन को रोका। मैं डैश कैम फुटेज भी साझा करूंगा। बाइक पर सवार एक व्यक्ति ने मुझे कन्नड़ भाषा में गाली देना शुरू कर दिया। उसने मेरी कार पर डीआरडीओ का स्टिकर देखने के बाद कहा कि ‘‘तुम डीआरडीओ के लोग हो।’’ इसके बाद उसने कन्नड़ में और गालियां दीं। इसके बाद उसने मेरी पत्नी को भी गालियां दीं। मैं इसे बर्दाश्त नहीं कर सका।’’ बोस ने बताया, ‘‘जब मैं कार से बाहर निकला तो उसने तुरंत अपनी चाबी से मेरे माथे पर प्रहार किया। मैं वहीं खड़ा होकर चिल्लाने लगा और मैंने उससे पूछा कि क्या लोग सेना या सुरक्षाबलों के किसी व्यक्ति के साथ ऐसा ही व्यवहार करते हैं। इसके बाद वहां और भी लोग इकट्ठा हो गए तथा वे भी हमें गाली देने लगे।’’ उन्होंने बताया, ‘‘उस व्यक्ति ने पत्थर उठाकर मेरी कार को नुकसान पहुंचाने की भी कोशिश की। जब मैंने उसे रोकने का प्रयास किया तो उसने मुझे फिर से मारा। आप मेरे चेहरे और गर्दन पर खून देख सकते हैं। यही हुआ। शुक्र है कि मेरी पत्नी मुझे बचाने के लिए वहां मौजूद थी।’’
बोस ने दावा किया कि वे पुलिस थाने भी गए लेकिन उन्हें तत्काल मदद नहीं मिली। उन्होंने वीडियो में आरोप लगाया, ‘‘कर्नाटक की हालत ऐसी ही हो गई है। मुझे इस राज्य पर भरोसा था, लेकिन आज की घटना के बाद मैं सदमे में हूं। भगवान हमारी मदद करें। भगवान मुझे जवाबी कार्रवाई न करने की शक्ति दें। लेकिन अगर कानून-व्यवस्था विफल हो जाती है तो मैं जवाबी कार्रवाई करूंगा।’’
सार्वजनिक प्रतिक्रिया और सोशल मीडिया
इस घटना ने सोशल मीडिया पर व्यापक बहस छेड़ दी। शुरुआत में बोस के वीडियो ने लोगों में आक्रोश पैदा किया, जिसमें कई लोगों ने इसे सैन्य कर्मियों के प्रति अपमान और कथित भाषाई तनाव का मामला बताया। हालांकि, सीसीटीवी फुटेज सामने आने के बाद जनता का रुख बदल गया। कुछ लोगों ने बोस के व्यवहार की आलोचना की, जबकि अन्य ने तर्क दिया कि एक प्रशिक्षित सैन्य अधिकारी का ऐसा व्यवहार तनावपूर्ण स्थिति में स्वाभाविक हो सकता है।