देशभर के 24 एयरपोर्ट 15 मई तक बंद, फ्लाइट्स नहीं भरेंगी उड़ान; टेंशन के बीच फैसला
पाक की ड्रोन साजिश के बाद भारत ने सुरक्षा कड़ी कर दी है। सरकार ने 24 एयरपोर्ट पर 15 मई तक सिविल उड़ानों को बंद करने का फैसला लिया है।

भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच केंद्र सरकार ने देश के 24 एयरपोर्ट्स को 15 मई सुबह 5:20 बजे तक सिविल उड़ानों के लिए बंद करने का फैसला किया है। इससे पहले 10 मई तक के लिए यह बंदी लागू थी, लेकिन ऑपरेशन सिंदूर और पाकिस्तान की ओर से किए गए ड्रोन हमले की नाकाम कोशिश के बाद यह फैसला बढ़ा दिया गया है। बंद किए गए एयरपोर्ट्स में चंडीगढ़, श्रीनगर, अमृतसर, लुधियाना, भुंतर, किशनगढ़, पठानकोट, शिमला, जैसलमेर, जम्मू, बीकानेर, लेह, पोरबंदर, पटियाला जैसे शहर शामिल हैं।
एयरलाइंस ने भी जारी की एडवाइजरी
एयर इंडिया ने अपने बयान में कहा है कि जम्मू, श्रीनगर, लेह, जोधपुर, अमृतसर, चंडीगढ़, भुज, जामनगर और राजकोट से आने-जाने वाली सभी फ्लाइट्स 15 मई सुबह 5:29 बजे तक रद्द की जाती हैं। इन टिकटों पर री-शेड्यूलिंग या कैंसलेशन पर कोई चार्ज नहीं लिया जाएगा। वहीं इंडिगो ने भी ऐलान किया कि श्रीनगर, जम्मू, अमृतसर, लेह, चंडीगढ़, धर्मशाला, बीकानेर, जोधपुर, किशनगढ़ और राजकोट की उड़ानें 15 मई सुबह 5:30 बजे तक रद्द रहेंगी।
सिविल उड़ानों के लिए जिन 24 एयरपोर्ट को बंद किया गया गया है, यहां देखें उनकी लिस्ट -
चंडीगढ़
श्रीनगर
अमृतसर
लुधियाना
भंतर
किशनगढ़
पटियाला
शिमला
कांगड़ा-गग्गल
बठिंडा
जैसलमेर
जोधपुर
बीकानेर
हलवाड़ा
पठानकोट
जम्मू
लेह
मुंद्रा
जामनगर
हीरासर (राजकोट)
पोरबंदर
केशोद
कांडला
भुज
दिल्ली एयरपोर्ट पर भी असर
दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर शुक्रवार को 66 डोमेस्टिक डिपार्चर और 63 अराइवल फ्लाइट्स रद्द करनी पड़ीं। इसके अलावा 5 इंटरनेशनल डिपार्चर और 4 इंटरनेशनल अराइवल भी प्रभावित हुए। एयरपोर्ट अथॉरिटी ने कहा, “हालांकि दिल्ली एयरपोर्ट पर ऑपरेशन सामान्य हैं, लेकिन सुरक्षा उपायों के कारण कुछ उड़ानों में देरी या रद्दीकरण संभव है।”
सरकार ने उठाया एहतियातन कदम
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की जान चली गई थी, जिसमें एक नेपाली नागरिक भी शामिल था। इसके बाद पाकिस्तान ने गुरुवार रात करीब 600 ड्रोन भारत में भेजने की कोशिश की, जिन्हें एयर डिफेंस सिस्टम ने नाकाम कर दिया। हालांकि, ड्रोन हमले की कोशिश और आसमान में हुए तेज धमाकों से जम्मू-कश्मीर, पंजाब, राजस्थान और गुजरात के कई हिस्सों में दहशत फैल गई। साथ ही पाकिस्तान ने एलओसी पर भारी गोलाबारी भी की गई।