सीजफायर के लिए अमेरिका ने दी थी व्यापार ना करने की धमकी? ट्रंप के कथित दावों पर क्या बोला भारत
ट्रंप ने सोमवार को दावा किया था कि अमेरिका ने भारत और पाकिस्तान के बीच सुलह कराने के लिए व्यापार ना करने की धमकी दी थी। ट्रंप ने कहा कि अमेरिका ने परमाणु युद्ध रुकवा दी है।

भारत ने सोमवार को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का बड़ा दावा खारिज कर दिया है। भारत ने ट्रंप के उस दावे का खंडन किया है जिसमें ट्रंप ने यह दावा किया है कि अमेरिका ने भारत और पाकिस्तान के बीच बने युद्ध जैसे हालातों के बाद सीजफायर करवाने के लिए ट्रेड को लेकर धमकी दी थी। ट्रंप ने कहा था कि अमेरिका ने दोनों देशों को चेतावनी दी कि अगर उन्होंने जंग तुरंत नहीं रोकी तो अमेरिका उनके साथ व्यापार नहीं करेगा। हालांकि भारत ने इन दावों को सिरे से नकारते हुए कहा है कि सीजफायर के लिए हुई चर्चा के दौरान व्यापार का जिक्र तक नहीं हुआ।
सरकारी सूत्रों ने सोमवार को बताया कि अमेरिकी उपराष्ट्रपति जे डी वेंस ने पीएम मोदी से बातचीत की थी। सूत्रों के मुताबिक, “ऑपरेशन सिंदूर शुरू होने के बाद अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने 9 मई को प्रधानमंत्री मोदी से बात की। अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने 8 मई और 10 मई को विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर से और 10 मई को NSA अजीत डोभाल से बात की। इनमें से किसी भी चर्चा में व्यापार का कोई संदर्भ नहीं था।”
परमाणु युद्ध रोका- ट्रंप
इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को दावा किया था कि अमेरिका ने भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष खत्म कराने के लिए व्यापार ना करने की धमकी दी थी। ट्रंप ने कहा कि अमेरिका ने दोनों देशों से कहा था कि संघर्ष नहीं रुका तो अमेरिका दोनों से व्यापार करना बंद कर देगा। वाइट हाउस में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में भारत और पाकिस्तान के बीच हुए संघर्ष विराम पर बात करते हुए ट्रंप ने कहा, “ हमने बहुत मदद की। हमने व्यापार का सहारा लिया। हमने कहा कि हम आपके साथ बहुत सारा व्यापार करते हैं। लड़ाई बंद करें। अगर आप रुकेंगे तो हम व्यापार करेंगे, अगर नहीं रुकेंगे, तो हम व्यापार नहीं करेंगे।”
उन्होंने दावा किया कि व्यापार खत्म करने की बात आते ही भारत और पाकिस्तान तुरंत संघर्ष रोकने को तैयार हो गए। इस दौरान ट्रंप ने यह भी कहा कि अमेरिका ने परमाणु युद्ध को रोक दिया है। ट्रंप ने कहा, “हमने परमाणु युद्ध को रोक दिया है। यह परमाणु युद्ध हो सकता था और उसमें लाखों लोगों की जान जाती।”
भारत ने किया है खंडन
बता दें कि बीते शनिवार को भारत और पाकिस्तान के बीच हुए सीजफायर की घोषणा सबसे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ही की थी। इसके बाद पाकिस्तान के डिप्टी पीएम इशाक डार ने भी इसकी पुष्टि की। हालांकि बाद में भारत की ओर से सीजफायर की पुष्टि करते हुए विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने कहा कि दोनों देशों के बीच DGMO स्तर पर हुई बातचीत के बाद इस समझौते पर सहमति बनी। विदेश सचिव ने बताया कि पाकिस्तान की ओर से बातचीत की अपील की गई थी, जिसके बाद दोनों देशों ने आपसी बातचीत के बाद संघर्षविराम पर सहमति जताई।
पीएम मोदी ने क्या बताया?
वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी सोमवार को देश के नाम संबोधन में विदेश सचिव के बयान को दोहराया। पीएम मोदी ने बताया कि आतंकवाद के खिलाफ जंग छेड़ने के बाद भारत ने पाकिस्तान के कायराना हमलों का भी करारा जवाब दिया। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ बड़ी कार्रवाई शुरू कर दी जिसके बाद पाकिस्तान दुनिया भर में तनाव कम करने के लिए गुहार लगाने लगा। इसके बाद पाकिस्तान ने 10 मई को हमारे DGMO से संपर्क किया।