कैडमियम जहर ने ली लोगों की जान, राजौरी में 17 की मौत पर केंद्रीय मंत्री
- Cadmium poison in jammu kashmir: जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिल में 17 लोगों की रहस्यमयी मौत पर नया खुलासा हुआ है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मृतक लोगों के शरीर से कैडमियम मिला है। इनके शरीरों में यह जहर कैसे पहुंचा इसकी फिलहाल जांच की जा रही है।

जम्मू-कश्मीर के राजौरी में रहस्यमयी बीमारी की वजह से जान गंवाने वाले लोगों को लेकर नया खुलासा हुआ है। मेडीकल टीम की जांच में मरने वालों के शरीर से एक सामान्य कारक की पहचान हुई है। केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने इस मामले में जानकारी देते हुए कहा कि गांव वालों की मौत किसी बीमारी की वजह से नहीं बल्कि कैडमियम जहर के कारण हुई थी।
दैनिक जागरण की एक रिपोर्ट के मुताबिक केंद्रीय मंत्री ने कहा कि लखनऊ के एक परीक्षण केंद्र में मृतकों के सैंपलों की जांच की गई थी। जांच के दौरान उन सभी के शरीर में कैडमियम पाया गया। हालांकि यह कैडमियम उनके शरीर में कहां से आया इसकी जांच फिलहाल की जा रही है।
इससे पहले गुरुवार को मीडिया से बात करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा था कि लखनऊ में इनकी जांच चल रही है। शुरुआती जांच में यह बात सामने आ चुकी है कि किसी भी प्रकार का कोई वायरस, कोई बैक्टीरिया या कोई संक्रमण यहां पर नहीं था। यह किसी जहर की वजह से ही हुआ है। उन्होंने कहा कि इसकी जांच की जा रही है। अगर किसी ने जानबूझकर ऐसा किया है तो उसे सख्त से सख्त सजा दी जाएगी।
क्या है कैडमियम?
विश्व स्वास्थ्य संगठन की रिपोर्ट्स के मुताबिक कैडमियम मानव शरीर के लिए बहुत ही हानिकारक पदार्थ है। इसकी वजह से किडनी, स्केलिटन और श्वसन तंत्र से संबंधित बीमारियां बड़े पैमाने पर होती हैं। इसकी वजह से मानव शरीर में कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी भी पैदा हो जाती हैं। संगठन के मुताबिक कैडमियम का असर मुख्यतः बच्चों में जल्दी देखने को मिलता है। कैडमियम ज्यादातर बिजली के खिलौनों इलेक्ट्रोनिक्स की वजह से मिट्टी और पानी में मिल जाता है। यहां से यह मानव शरीर में प्रवेश कर जाता है।
बधाल गांव में जानलेवा संकट
जम्मू कश्मीर के राजौरी जिले के बधाल गांव में पिछले डेढ़ महीने से जानलेवा संकट चल रहा है। इसकी वजह से अब तक कुल 17 लोगों की मौत हो चुकी है। अचानक होने वाली इन मौतों की खबर सुनकर प्रशासन हरकत में आया और इन परिवारों के संपर्क में आए 200 लोगों को क्वारंटीन कर दिया गया।
इसके अलावा प्रशासन ने गांव के एक स्थानीय जलस्त्रोत को भी सील कर दिया है। इसके पानी की जांच करने पर इसमें जहरीले तत्वों की पुष्टि हुई थी। इस गांव के लोगों के मुताबिक मरने वालों को सबसे पहले बुखार, दर्द और अधिक पसीना जैसे लक्षण सामने आए थे। ऐसे में जब उन्हें स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया तो कुछ ही दिनों में उन लोगों की मृत्यु हो गई।