आतंकवाद पर बातचीत को तैयार, पाकिस्तान ने लगाई गुहार; सिंधु जल संधि का भी जिक्र
पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा कि पाकिस्तान भारत के साथ आतंकवाद समेत अन्य मुद्दों पर बात करने को तैयार है। ख्वाजा आसिफ ने कहा कि सिंधु जल संधि पर भी बातचीत जरूरी है।

ऑपरेशन सिंदूर से हालत पस्त होने के बाद अब पाकिस्तान भारत के साथ आतंकवाद के मुद्दे पर बात करने की गुहार लगाने लगा है। पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा कि वह आतंकवाद, कश्मरी और सिंधु जल संधि जैसे मुद्दों पर निकट भविष्य में भारत के साथ बात करना चाहते हैं। हालांकि भारत स्पष्ट कह चुका है कि कश्मीर कोई मुद्दा ही नहीं है। कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है और इसपर बातचीत की कोई गुंजाइश नहीं है। वहीं भारत का यह भी स्पष्ट स्टैंड है कि जबतक पाकिस्तान आतंकियों को पनाह देता रहेगा, उसके साथ बातचीत संभव ही नहीं है।
भारत और पाकिस्तान के बीच चार दिनों तक वार-पलटवार के बाद दोनों देश सीजफायर पर सहमत हुए हैं। हालांकि पाकिस्तान की फितरत किसी से छिपी नहीं है। पाकिस्तान की सेना खुद उसकी सरकार के ही काबू में नहीं है। सेना आतंकियों के इशारों पर काम करती है। आसिफ ने कहा कि भारत के साथ सिंधु जल संधि, आतंकवाद और कश्मीर बड़े मुद्दे हैं जिनपर बातचीत की जा सकती है।
उन्होंने कहा, अगर सीजफायर शांति का रास्ता बहाल करता है तो हम इसका स्वागत करते हैं। हालांकि आगे के बारे में कुछ कहना अभी जल्दबाजी होगी। पाकिस्तान ने इस सीजफायर को समझौता बताया है। वहीं भारत की तरफ इसे केवल आपसी समझ बताया गया है। आसिफ ने कहा, समय के साथ शांति का रास्ता खुल सकता है। ख्वाजा आसिफ ने कहा, हमें उम्मीद है कि भारतीय नेतृत्व शांति का रास्ता पसंद करेगा।
दरअसल भारत के कड़े रुख के बाद पाकिस्तान दर-दर गुहार लगाने लगा था। उसने अमेरिका और चीन समेत कई देशों से सीजफायर करवाने के लिए मिन्नतें कीं। वहीं जब भारत सीजफायर के लिए तैयार हो गया तो ख्वाजा आसिफ ने इसके लिए चीन, तुर्की, अजरबैजान और अन्य खाड़ी देशों को धन्यवाद दिया है।