वक्फ बोर्ड की नहीं चलेगी मनमानी, मुसलमानों के लिए सबसे महफूज देश भारत: संबित पात्रा
- संसद में वक्फ संशोधन बिल पर चर्चा में हिस्सा लेते हुए भाजपा सांसद संबित पात्रा ने कहा है कि वक्फ बोर्ड की वजह से मुस्लिम भी प्रताड़ित हुए हैं। उन्होंने कहा है कि दुनिया के अन्य इस्लामिक देशों में इस तरह का कोई बोर्ड नहीं है।

Waqf Bill: वक्फ संशोधन बिल पर जारी चर्चा के बीच संबित पात्रा ने लोकसभा में सरकार का पक्ष रखा है। भाजपा सांसद संबित पात्रा ने कहा है कि वक्फ बोर्ड में पहले भी कई बार संशोधन हुए हैं और इस बार इसे असंवैधानिक बताकर भ्रम फैलाने की कोशिशें की जा रही हैं। इस दौरान पात्रा ने यह भी कहा है कि दुनिया भर के इस्लामिक देशों में वक्फ का वजूद नहीं है। उन्होंने कहा है कि भारत में वक्फ प्रॉपर्टी को कानूनी सुरक्षा दी गई है उसके बाद भी हंगामा बरपा हुआ है। संबित पात्रा ने कहा कि वे सीना ठोंक कर यह कह सकते हैं कि दुनिया के किसी देश में अगर मुसलमान सबसे ज्यादा सुरक्षित हैं तो वह देश भारत है।
संबित पात्रा ने चर्चा में हिस्सा लेते हुए कहा कि एक तरफ वे इस बिल को लेकर हो रही चर्चा में हिस्सा लेकर खुश हैं वहीं दूसरी तरफ दुखी भी हैं। उन्होंने कहा, “आज एक अजीब दास्तां है। मुझे एक तरफ बहुत खुशी की अनुभूति हो रही है कि एक ऐतिहासिक बिल के पारित होने के समय में आज मैं लोकसभा में मौजूद हूं। वहीं दूसरी तरफ दुख की भी अनुभूति हो रही है कि हम सब भारत के बच्चे यहां बैठे हैं और यहां तकरार दो पक्षों के बीच इसको लेकर हो रहा है कि क्या भारत का एक पक्ष मुसलमानों के अधिकार को छीन लेगा, क्या भारत का एक पक्ष मुसलमानों को कहीं ना कहीं डरा रहा है? क्या मुसलमान आज भारत में सिमट कर रह रहा है।” उन्होंने आगे कहा, “मैं आज सीना ठोंक के कहना चाहता हूं कि पूरे विश्व में यदि मुसलमान सर्वाधिक सुरक्षित कहीं है तो उसे देश का नाम भारतवर्ष है, हिंदुस्तान है।”
हमने किसी का कुछ नहीं छीना
संबित पात्रा ने इस दौरान लोकप्रिय कवि गया प्रसाद शुक्ल स्नेही की एक कविता भी सुनाई। संबित पात्रा ने कहा कि भारत ने कभी भी किसी का कुछ नहीं छीना है। उन्होंने कहा, “हमने किसी का कुछ छीना नहीं है। हमेशा दिया है। जो शरणार्थी बनकर आया है उसको भी हमने गले से लगाया है।” उन्होंने कहा कि केरल में स्थित भारत की पहली मस्जिद के लिए चेर राजा ने जमीन दी थी। यह भारत की संस्कृति है और इस पर संदेह नहीं किया जाना चाहिए।
इस्लामिक देशों पर क्या बोलें?
संबित पात्रा ने वक्फ को लेकर इस्लामिक देशों की स्थिति पर भी बात की। उन्होंने कहा, “क्या वक्फ प्रॉपर्टी इस्लामी देशों में है? मैं इस्लामिक देशों का नाम पढ़ूंगा जहां वक्फ का वजूद नहीं है। तुर्की में नहीं है। सीरिया में नहीं है। लीबिया में नहीं है।” उन्होंने कहा कि मिस्र, लेबनान, सूडान जॉर्डन, ट्यूनीशिया और इराक जैसे मुस्लिम देशों में वक्फ प्रॉपर्टी को कानूनी दर्ज नहीं मिला है। भारत में इसे लीगल प्रोटेक्शन दिया गया है उसके बाद भी हंगामा क्यों हो रहा है?
पहले भी हुए हैं संशोधन
संबित पात्रा ने कहा है कि भाजपा सरकार सबका साथ चाहती है। उन्होंने सवाल उठाए हैं कि अगर सरकार, बोहरा और पासमन्दा समुदायों का साथ और महिलाओं का प्रतिनिधित्व चाहती है तो यह गलत कैसे हो सकता है। उन्होंने आगे कहा कि वक्फ बिल में पहले भी संशोधन हुए हैं और आज इसे लेकर भ्रम फैलाया जा रहा है। उन्होंने कहा, “आज जो लोग कह रहे हैं कि यह संशोधन अनकंस्टीट्यूशनल है यह किस आधार पर कह सकते हैं? हम 1995 एक्ट के अंतर्गत अभी हम चल रहे हैं। 2013 में भी अमेंडमेंट हुआ। उससे पहले 1954 में, 1959 में, 1964 में, 1969 में और 1984 में भी संशोधन हुए। अगर वह सारे संशोधन ठीक थे तो आज यह संशोधन असंवैधानिक कैसे हो सकता है?”
वक्फ बोर्ड को मिली थीं तर्कहीन शक्तियां
भाजपा सांसद ने कहा है कि वक्फ बोर्ड ने मुस्लिमों की जमीन पर भी अधिग्रहण किया। उन्होंने कहा कि मौजूदा व्यवस्था ने मुस्लिम भी पीड़ित हैं और इस बिल से उन्हें भी संरक्षण मिलेगा। अंत में उन्होंने कहा कि वक्फ बोर्ड को तर्कहीन शक्तियां दी गई थीं। उन्होंने कहा, “वे खुद ही इंक्वायरी करते थे, और खुद ही जमीन को वक्फ बोर्ड में डिक्लेअर करते थे।” उन्होंने कहा, “मगर इस तरह का प्रावधान लाने के लिए मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह जी और किरण रिजिजू का धन्यवाद करना चाहता हूं।”