सेना युद्ध लड़ रही और आप घर बैठ आराम फरमाना चाहते हैं; किस पर और क्यों भड़के चीफ जस्टिस
भारतीय सेना का कार्रवाई से पाकिस्तान बौखलाया हुआ है। पाक की तरफ से सीमावर्ती शहरों में गुरुवार की शाम ड्रोन और मिसाइल से हमले किए गए। इसे देखते हुए पंजाब-हरियाणा हाई कोर्ट बार एसोसिएशन ने आज काम बंद का आह्वान किया है।

भारत-पाक तनाव और जंग के हालात का असर अब कई शहरों में दिखने लगा है। कई शहरों के लिए जहां हवाई उड़ानें रद्द की गईं हैं, वहीं चंडीगढ़, सिरसा से अमृतसर और कटरा जाने वाली रोडवेज बसें बंद कर दी गई हैं। इस वजह से चंडीगढ़ से छात्रों की घर वापसी शुरू हो गई है। चंडीगढ़ स्थित पंजाब एंड हरियाणा हाई कोर्ट में भी इस तनावपूर्ण हालात का असर देखने को मिला, जब वकीलों के संघ ने दोनों देशों के बीच तनावपूर्ण माहौल का हवाला देकर आज (शुक्रवार, 9 मई को) काम बंद रखने का फैसला किया। इस पर हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस शील नागू ने कड़ी आपत्ति जताई है।
जस्टिस शील नागू ने कोर्ट रूम में ही दोनों देशों के बीच तनाव के मद्देनजर हाई कोर्ट बार एसोसिएशन द्वारा आज न्यायिक कार्य स्थगित करने के निर्णय पर नाराजगी जताई और कहा कि सेना युद्ध लड़ रही है लेकिन आपलोग घर पर बैठकर आराम करना चाहते हैं। दरअसल, बार एसोसिएशन ने कल रात युद्ध जैसे हालात के मद्देनजर शुक्रवार को "नो वर्क डे" मनाने का फैसला किया था और हाई कोर्ट से कोई भी प्रतिकूल आदेश पारित नहीं करने का अनुरोध किया था।
हाई कोर्ट से गायब रहे वकील
इस वजह से आज हाई कोर्ट से वकील गायब रहे। लिहाजा, कोर्ट को अधिकांश मामलों को स्थगित करना पड़ा। जब चीफ जस्टिस नागू और जस्टिस सुमित गोयल की पीठ ने पंजाब और हरियाणा के बीच जल बंटवारे को लेकर चल रहे विवाद से संबंधित एक याचिका की सुनवाई करना शुरू किया तो पंजाब सरकार की ओर से पेश वकील ने एसोसिएशन के कार्यस्थगन का हवाला देकर मामले की सुनवाई स्थगित करने की मांग की तो जस्टिस नागू भड़क गए।
काम बंद करने का आह्वान दुर्भाग्यपूर्ण: जस्टिस नागू
बार एंड बेंच की रिपोर्ट के मुताबिक, इस दौरान जस्टिस नागू ने कहा, "काम बंद करने का आह्वान दुर्भाग्यपूर्ण है। मैंने आपके बार एसोसिएशन के अध्यक्ष से भी कहा है। खासकर तब, जब सेना लड़ाई लड़ रही है, और आप घर पर बैठकर आराम फरमाना चाहते हैं। यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है।" हालांकि, कोर्ट ने कहा कि संस्थाओं को काम करना जारी रखना होगा। जस्टिस नागू ने कहा, “हमें भी काम करना होगा...नहीं तो देश की पूरी व्यवस्था ठप्प हो जाएगी।”
पंचकूला में भी सायरन बजे
इस पर वकील ने जवाब दिया कि मीलॉर्ड पंजाब और हरियाणा बार काउंसिल ने भी काम न करने का आह्वान किया है। वकील ने बताया कि आज सुबह करीब 11 बजे पंचकूला में भी सायरन बजने लगे। कुछ हद तक आवाजाही कम हो गई है। इस पर कोर्ट ने कहा कि वकील घर से काम कर सकते हैं। जस्टिस नागू ने कहा, "हमारे पास प्लेटफॉर्म है। हर कोई घर पर बैठकर एक-दूसरे से जुड़ा रह सकता है।" इसके बाद कोर्ट ने जल बंटवारे के विवाद मामले के महत्व को देखते हुए इस मामले की सुनवाई शाम 4 बजे करने का फैसला किया।