Ambedkar Jayanti 2019: अंबेडकर जयंती पर बसपा सुप्रीमो मायावती ने किया ट्वीट, कही ये बात
Ambedkar Jayanti 2019: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (President Ram Nath Kovind) और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने (Prime minister Narendra modi) ट्वीट कर डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती (Dr. B.R. Ambedkar...

Ambedkar Jayanti 2019: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (President Ram Nath Kovind) और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने (Prime minister Narendra modi) ट्वीट कर डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती (Dr. B.R. Ambedkar Jayanti) पर उन्हें श्रद्धांजलि दी। आपको बता दें कि भारत के संविधान निर्माता, चिंतक, समाज सुधारक डॉ. भीमराव अंबेडकर का जन्म मध्य प्रदेश के महू में 14 अप्रैल 1891 को हुआ था। उनके पिता का नाम रामजी मालोजी सकपाल और माता का नाम भीमाबाई था।
Nation pays tribute to Babasaheb Dr Bhimrao Ambedkar Live Updates
- अंबेडकर जयंती पर राहुल गांधी ने किया ये ट्वीट
डॉ.बाबासाहेब अम्बेडकर की जयंती पर आइए हम अपने संविधान 4 सार्वभौमिक मूल्यों जस्टिस, लाइब्रेरी, एक्वेलिटी और फ्रेटरनिटी को फिर से समर्पित करें। जो लोग उन्हें इस दिन श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं, जबकि वे इन मूल्यों को कमजोर करते हैं, उसकी स्मृति को भंग करते हैं।
On Dr Babasaheb Ambedkar’s jayanti, let us re-dedicate ourselves to the 4 universal values of JUSTICE, LIBERTY, EQUALITY & FRATERNITY enshrined in our Constitution.
Those who pay him tributes on this day, while insidiously weakening these values, do his memory disservice.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) April 14, 2019
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बाबा साहेब अंबेडकर की जयंती पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर दी श्रद्धांजलि
Delhi: Prime Minister Narendra Modi pays tribute to Dr BR Ambedkar on his birth anniversary. pic.twitter.com/dUohmzYRfw
— ANI (@ANI) April 14, 2019
- बाबा साहेब अंबेडकर की जयंती पर मायावती ने किया ट्वीट
एक व्यक्ति-एक वोट और हर वोट का एक समान मूल्य का अमूल्य संवैधानिक अधिकार देकर बाबा साहेब ने सदियों से शोषित-पीडि़त दलितों, पिछड़ों व धार्मिक अल्पसंख्यकों आदि को अपना उद्धार/उत्थान/कल्याण स्वंय करने के लिए सत्ता की मास्टर चाबी प्राप्त करने का आह्वान किया, जिसे हमें पूरा करना है।
— Mayawati (@Mayawati) April 14, 2019
- बसपा सुप्रीम मायावती ने ट्वीट कर अर्पित किए श्रद्धा सुमन
परमपूज्य बाबा साहेब डा भीमराव अम्बेडकर की जयन्ती पर श्रद्धा-सूमन अर्पित। देशवासियों व देश-दुनिया में फैले उनके करोड़ों अनुयाइयों को हार्दिक बधाई व शुभकामनायें एवं उनके आत्म-सम्मान व स्वाभिमान के मानवतावादी मूवमेन्ट के अधूरे कारवाँ को वोटों की शक्ति से मंजिल तक पहुंचाने का संकल्प।
— Mayawati (@Mayawati) April 14, 2019
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डॉ बी.आर. अम्बेडकर की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि दी
संविधान निर्माता और सामाजिक न्याय के प्रणेता बाबासाहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर को उनकी जयंती पर सादर नमन। जय भीम!
संविधान निर्माता और सामाजिक न्याय के प्रणेता बाबासाहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर को उनकी जयंती पर सादर नमन। जय भीम! pic.twitter.com/KIZVJC725r
— Chowkidar Narendra Modi (@narendramodi) April 14, 2019
- राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने डॉ बी.आर. अम्बेडकर की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि दी
डॉ बी.आर. आंबेडकर की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि। वे राष्ट्र के प्रतीक-पुरुष व संविधान शिल्पी थे। वे जातिगत एवं अन्य पूवाग्रहों से मुक्त भारत के निर्माण के लिए आजीवन संघर्षरत रहे। वे एक ऐसा समाज चाहते थे जहाँ महिलाओं व कमजोर वर्गों को समान अधिकार प्राप्त हों ।
डॉ बी.आर. आंबेडकर की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि। वे राष्ट्र के प्रतीक-पुरुष व संविधान शिल्पी थे। वे जातिगत एवं अन्य पूवाग्रहों से मुक्त भारत के निर्माण के लिए आजीवन संघर्षरत रहे। वे एक ऐसा समाज चाहते थे जहाँ महिलाओं व कमजोर वर्गों को समान अधिकार प्राप्त हों —राष्ट्रपति कोविन्द
— President of India (@rashtrapatibhvn) April 14, 2019
- छत्तीसगढ़ की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने प्रदेशवासियों को डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती पर हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं। पटेल ने जारी संदेश में कहा कि डॉ. बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर ने भारतीय संविधान के निमार्ण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने सामाजिक समरसता पर बल देते हुए हमेशा शोषितों और पीड़ितों के लिए आवाज बुलंद की। वे महिला उत्थान के भी प्रबल पक्षधर थे और उन्हें सशक्त, सबल एवं शिक्षित करने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि हम सबको डॉ. अम्बेडकर के विचारों का अनुसरण करते हुए समता मूलक समाज की स्थापना करने के लिए निरंतर प्रयासरत रहना चाहिए।
- बाबा साहेब के नाम से मशहूर अंबेडकर अपना पूरा जीवन सामाजिक बुराइयों जैसे छुआछूत और जातिवाद के खिलाफ संघर्ष में लगा दिया। इस दौरान बाबा साहेब गरीब, दलितों और शोषितों के अधिकारों के लिए संघर्ष करते रहे।