तहव्वुर राणा को नहीं भा रही तिहाड़ जेल की रोटी, वेस्टर्न टॉयलेट की भी मांग
राणा को 10 अप्रैल को अमेरिका से प्रत्यर्पित किया गया था। वह लश्कर-ए-तैयबा के स्काउट डेविड हेडली का करीबी सहयोगी है और मुंबई हमलों के लिए की गई रेकी में उसकी सक्रिय भूमिका रही।

26/11 मुंबई आतंकी हमले में आरोपी तहव्वुर हुसैन राणा को अमेरिका से प्रत्यर्पण के बाद तिहाड़ जेल में अत्यंत संवेदनशील कैदियों के लिए बनाए गए एक अलग वार्ड में रखा गया है। इस वार्ड में छह अन्य खतरनाक कैदी भी बंद हैं, लेकिन हर एक को अलग-अलग सेल में रखा गया है। किसी का आपस में कोई संपर्क नहीं होता है। स्पेशल एनआईए कोर्ट के जज चंदर जीत सिंह ने पिछले हफ्ते राणा को 6 जून तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया। उससे पहले एनआईए ने उसकी आवाज और लिखावट के नमूने एकत्र किए थे। राणा को तिहाड़ जेल में कैदी संख्या 1784 के रूप में दर्ज किया गया है।
तिहाड़ जेल के एक अधिकारी के अनुसार, “उसे एक अलग वार्ड में रखा गया है, जहां अन्य कैदियों को प्रवेश की अनुमति नहीं है। उसकी 24 घंटे निगरानी की जा रही है और वह सुसाइड वॉच पर भी है। सेल में CCTV कैमरे लगे हैं।” उसके लिए अलग रसोइया नियुक्त किया गया है और खाना देने से पहले जेल स्टाफ खुद उसका स्वाद चखकर जांच करते हैं।
किताबें और वेस्टर्न टॉयलेट की मांग
इंडियन एक्सप्रेस ने एक जेल सूत्र के हवाले से कहा, “राणा केवल अंग्रेजी में बात करता है। उसने दो मांगें की हैं। किताबें पढ़ने के लिए और वेस्टर्न टॉयलेट की सुविधा।” उसे छह कंबल दिए गए हैं, जिनमें से तीन बिस्तर पर बिछाने के लिए हैं। साथ ही एक पंखा भी प्रदान किया गया है।
सुबह 7 बजे उसे चाय, बिस्कुट, ब्रेड और दलिया दिया जाता है। दोपहर के खाने में दाल, चावल और सब्जी और रात को भी इसी तरह का भोजन दिया जाता है। एक अधिकारी ने कहा, “लेकिन वह ज्यादा खा नहीं रहा है।”
आपको बता दें कि राणा को 10 अप्रैल को अमेरिका से प्रत्यर्पित किया गया था। वह लश्कर-ए-तैयबा के स्काउट डेविड हेडली का करीबी सहयोगी है और मुंबई हमलों के लिए की गई रेकी में उसकी सक्रिय भूमिका रही। हेडली के साथ उसकी स्कूली शिक्षा पाकिस्तान में हुई थी और उसने 26/11 की साजिश में लॉजिस्टिक सपोर्ट प्रदान किया था।