US Supreme Court cleared Mumbai terror attack convict Tahawwur Rana extradition to India मुंबई आतंकी हमले का दोषी तहव्वुर राणा लाया जाएगा भारत, अमेरिका से प्रत्यर्पण की मंजूरी, India News in Hindi - Hindustan
Hindi NewsIndia NewsUS Supreme Court cleared Mumbai terror attack convict Tahawwur Rana extradition to India

मुंबई आतंकी हमले का दोषी तहव्वुर राणा लाया जाएगा भारत, अमेरिका से प्रत्यर्पण की मंजूरी

  • मुंबई में हुए 9/11 आतंकी हमले के दोषी तहव्वुर राणा को भारत लाया जाएगा। अमेरिका के सुप्रीम कोर्ट ने राणा के प्रत्यर्पण को मंजूरी दी है।

Niteesh Kumar लाइव हिन्दुस्तानSat, 25 Jan 2025 09:42 AM
share Share
Follow Us on
मुंबई आतंकी हमले का दोषी तहव्वुर राणा लाया जाएगा भारत, अमेरिका से प्रत्यर्पण की मंजूरी

मुंबई में हुए 9/11 आतंकी हमले के दोषी तहव्वुर राणा को भारत लाया जाएगा। अमेरिका के सुप्रीम कोर्ट ने राणा के प्रत्यर्पण को मंजूरी दी है। डोनाल्ड ट्रंप के अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेने के एक दिन बाद 21 जनवरी को सुप्रीम कोर्ट ने उसकी अपील को खारिज कर दिया। अदालत ने कहा, ‘याचिका को खारिज किया जाता है।’ तहव्वुर राणा के वकील ने अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट से उसे भारत प्रत्यर्पित करने के निचली अदालत के फैसले की समीक्षा करने की अपील की थी। उन्होंने दोहरे खतरे के सिद्धांत का हवाला दिया, जो किसी व्यक्ति को एक ही अपराध के लिए 2 बार मुकदमा चलाने या दंडित करने से रोकता है। मगर, एससी ने आज अपने फैसले में उसके तर्क को ठुकरा दिया।

ये भी पढ़ें:भारत ने पाकिस्तान को 26/11 का जवाब नहीं दिया था, अब हमने दिया है: जयशंकर
ये भी पढ़ें:बाथटब में 3 साल के बच्चे के साथ…, 26/11 की घटना याद कर सो नहीं पाते एडीजीपी

मुंबई में हुए 9/11 आतंकी हमले के दोषी तहव्वुर राणा को भारत लाया जाएगा। अमेरिका के सुप्रीम कोर्ट ने राणा के प्रत्यर्पण को मंजूरी दी है। डोनाल्ड ट्रंप के अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में शपथ लेने के एक दिन बाद 21 जनवरी को सुप्रीम कोर्ट ने उसकी अपील को खारिज कर दिया। अदालत ने कहा, ‘याचिका को खारिज किया जाता है।’ तहव्वुर राणा के वकील ने अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट से उसे भारत प्रत्यर्पित करने के निचली अदालत के फैसले की समीक्षा करने की अपील की थी। उन्होंने दोहरे खतरे के सिद्धांत का हवाला दिया, जो किसी व्यक्ति को एक ही अपराध के लिए 2 बार मुकदमा चलाने या दंडित करने से रोकता है। मगर, एससी ने आज अपने फैसले में उसके तर्क को ठुकरा दिया।

|#+|

तहव्वुर राणा निचली अदालतों और सैन फ्रांसिस्को में उत्तरी सर्किट के लिए अमेरिकी अपील न्यायालय सहित कई संघीय अदालतों में कानूनी लड़ाई हार चुका था। इसके बाद, उसने 13 नवंबर को अमेरिकी उच्चतम न्यायालय के समक्ष याचिका दायर की थी। अमेरिकी सॉलिसिटर जनरल एलिजाबेथ बी प्रीलोगर ने 16 दिसंबर को सुप्रीम कोर्ट से याचिका खारिज करने का आग्रह किया था।

तहव्वुर राणा के पास था यह आखिरी मौका

राणा के वकील जोशुआ एल ड्रेटल ने 23 दिसंबर को अपने जवाब में अमेरिकी सरकार की सिफारिश को चुनौती दी और कोर्ट से गुहार लगाई कि उनकी याचिका स्वीकार की जाए। एक लंबी कानूनी लड़ाई में यह राणा के लिए भारत प्रत्यर्पित न किए जाने का आखिरी कानूनी मौका था। मगर, अब वह इसे भी खो चुका है और राणा को भारत लाने का रास्ता साफ हो गया है।

कौन है तहव्वुर राणा, हमले से कैसे जुड़ा नाम

तहव्वुर राणा पाकिस्तानी मूल का कनाडाई नागरिक है। भारत लंबे समय से उसके प्रत्यर्पण की मांग करता रहा है, क्योंकि वह 2008 के मुंबई आतंकवादी हमलों के मामले में वांटेड है। तहव्वुर राणा इस समय लॉस एंजिल्स की जेल में बंद है। उस पर मुंबई हमलों की साजिश से जुड़े होने के आरोप हैं। उसे पाकिस्तानी-अमेरिकी आतंकवादी डेविड कोलमैन हेडली से जुड़ा माना जाता है जो 26/11 मुंबई हमलों के मुख्य साजिशकर्ताओं में से एक है।
(एजेंसी इनपुट के साथ)