जिसकी शिकायत पर गिरफ्तार हुई शर्मिष्ठा, उस वजाहत ने हिंदुओं पर किए भड़काऊ पोस्ट? केस दर्ज
सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर और लॉ स्टूडेंट शर्मिष्ठा पनोली की गिरफ्तारी के पीछे वाजहात खान का नाम सुर्खियों में है। वाजहात खान अब खुद नफरत फैलाने वाले पोस्ट के आरोपों का सामना कर रहा है।

कोलकाता पुलिस द्वारा धार्मिक भावनाएं आहत करने के आरोप में गुरुग्राम की एक लॉ स्टूडेंट और सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर शर्मिष्ठा पनोली की गिरफ्तारी को लेकर नया मोड़ सामने आया है। इस मामले में शिकायतकर्ता वजाहत खान कादरी अब खुद विवादों के घेरे में है। कादरी के खिलाफ सोशल मीडिया पर नियमित रूप से सांप्रदायिक और भड़काऊ पोस्ट करने के आरोप में कम से कम सात शिकायतें दर्ज की गई हैं।
कोलकाता पुलिस मुख्यालय लालबाजार के साइबर सेल और शहर के कई थानों में वजाहत खान के सोशल मीडिया पोस्ट अटैच करते हुए ये शिकायतें दर्ज की गई हैं। पुलिस के एक अधिकारी ने कहा, "हमने वजाहत खान के खिलाफ कई शिकायतें प्राप्त की हैं, जिनकी जांच की जा रही है। तथ्यों की पुष्टि के बाद कानूनी कार्रवाई की जाएगी।"
इन शिकायतकर्ताओं में एक नाम प्रसून मैत्रा का भी है, जो एक एनजीओ के प्रमुख हैं। उन्होंने वजाहत को "आदतन अपराधी" करार देते हुए सवाल उठाया कि जब इन्फ्लुएंसर के खिलाफ इतनी तेजी से कार्रवाई हुई, तो वजाहत खान के खिलाफ वैसी तत्परता क्यों नहीं दिखाई जा रही? उधर, वजाहत खान का एक्स अकाउंट फिलहाल लॉक कर दिया गया है।
इस बीच, गिरफ्तार की गई लॉ स्टूडेंट की ओर से उनके वकील मोहम्मद समीमुद्दीन ने सोमवार को मीडिया को बताया कि उनकी मुवक्किला की सेहत लगातार बिगड़ रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि अलीपुर महिला सुधार गृह की स्थिति बेहद खराब और अस्वच्छ है। छात्रा को किडनी स्टोन की समस्या है और उसे बुनियादी स्वास्थ्य और स्वच्छता सुविधाएं भी नहीं मिल रही हैं। वकील ने बताया, "सोमवार को हमने कोर्ट में एक याचिका दायर की है ताकि उन्हें हिरासत में रहते हुए मौलिक अधिकार मिल सकें। वह निर्दोष है। हम उसकी जमानत के लिए पूरी कोशिश कर रहे हैं।"
शर्मिष्ठा पनोली की गिरफ्तारी का मामला
22 वर्षीय लॉ स्टूडेंट और इंस्टाग्राम इन्फ्लुएंसर शर्मिष्ठा पनोली को कोलकाता पुलिस ने 30 मई को गुरुग्राम से गिरफ्तार किया था। उन पर ऑपरेशन सिंदूर से जुड़े एक वीडियो में कथित सांप्रदायिक टिप्पणियां करने और धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप है। यह शिकायत वजाहत खान ने 15 मई को गार्डन रीच पुलिस स्टेशन में दर्ज की थी, जिसमें उसने पनोली पर भारतीय दंड संहिता की धारा 295ए (अब भारतीय न्याय संहिता की धारा 299) के तहत धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाया था।
पनोली ने अपने वीडियो में बॉलीवुड अभिनेताओं, विशेष रूप से मुस्लिम सितारों, पर ऑपरेशन सिंदूर पर चुप्पी साधने का आरोप लगाया था, जिसमें उन्होंने कथित तौर पर अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल किया था। इस वीडियो को हटाने और 15 मई को सार्वजनिक माफी मांगने के बावजूद, कोलकाता पुलिस ने पनोली को गिरफ्तार कर लिया और उन्हें 13 जून तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
वाजहात खान के खिलाफ आरोप
वाजहात खान अब खुद विवादों में घिर गया है। खान पर आरोप है कि उसने सोशल मीडिया पर हिंदू देवी-देवताओं और परंपराओं के खिलाफ अपमानजनक और आपत्तिजनक टिप्पणियां की हैं। उसके खिलाफ गुवाहाटी और दिल्ली सहित कई स्थानों पर कम से कम चार शिकायतें दर्ज की गई हैं। विवाद बढ़ने पर उसने अपनी प्रोफाइल लॉक कर दी, जिससे केवल इतना पता चला कि वह कोलकाता के सेंट थॉमस स्कूल से ग्रेजुएट है।
वह कथित तौर पर कोलकाता में रशीदी फाउंडेशन का सह-संस्थापक है, जिसने पनोली के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। लोगों ने जब उसके सोशल मीडिया अकाउंट को खंगाला, तो पता चला कि उसने हिंदू समुदाय को निशाना बनाते हुए नफरत फैलाने वाला भाषण पोस्ट किया था, जिसमें हिंदू त्योहारों, देवताओं और मंदिरों पर अपमानजनक टिप्पणी शामिल थी। उसने पनोली की गिरफ्तारी की मांग और जश्न मनाने वाले कई संदेश भी पोस्ट किए थे।
उसके अपमानजनक पोस्ट के आधार पर, सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने के उद्देश्य से सांप्रदायिक उकसावे के लिए राष्ट्रीय राजधानी में दो आपराधिक शिकायतें दर्ज की गईं। श्री राम स्वाभिमान परिषद ने भी खान पर सांप्रदायिक तनाव भड़काने के लिए हिंदू परंपराओं, त्योहारों और मंदिरों का मजाक उड़ाने का आरोप लगाते हुए शिकायत दर्ज कराई। यह बात सामने आई है कि पनोली की गिरफ्तारी के बाद उनके अकाउंट की जांच बढ़ने के बाद खान ने अपने कई विवादास्पद सोशल मीडिया पोस्ट डिलीट करने शुरू कर दिए हैं।