दिल्ली में पेंशन की पात्र नहीं 25 हजार महिलाएं, सर्वे में क्या-क्या मिली खामियां
राजधानी में 25 हजार संकटग्रस्त (विधवा, तलाकशुदा व अकेली महिला) महिलाएं बिना पात्रता के पेंशन का लाभ उठा रही थीं। महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से की जा रही सत्यापन प्रक्रिया में यह खुलासा हुआ है।

राजधानी में 25 हजार संकटग्रस्त (विधवा, तलाकशुदा व अकेली महिला) महिलाएं बिना पात्रता के पेंशन का लाभ उठा रही थीं। महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से की जा रही सत्यापन प्रक्रिया में यह खुलासा हुआ है। इस खुलासे के बाद विभाग ने अपात्र सभी महिलाओं के पेंशन पर रोक लगाने का आदेश जारी कर दिया है। वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जांच में सही पाई गई महिलाओं की बीते दो महीने से रुके हुए पेंशन को जारी करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।
सरकार दिल्ली में विधवा और तलाकशुदा महिलाओं को हर माह 2500 रुपये देती है। कोविड के बाद पेंशन लेने वालों की संख्या अचानक बढ़ गई थी। आंकड़ों की माने तो बीते साल तक कुल 3.80 लाख महिलाएं इस पेंशन का लाभ उठा रही थीं। दिल्ली सरकार इस योजना पर सालाना 1040 करोड़ रुपये खर्च कर रही थी। लेकिन बिना पात्रता के पेंशन लेने वालों को लेकर बढ़ती शिकायतों के बाद बीते साल अक्तूबर में महिला एवं बाल विकास विभाग ने पेंशन लाभार्थी महिलाओं के वेरीफिकेशन की प्रक्रिया शुरू की।
आंगनबाड़ी कर्मियों को इस सत्यापन प्रक्रिया में लगाया गया था। वेरीफिकेशन प्रक्रिया के दौरान जो प्राथमिक रिपोर्ट आई उसके मुताबिक लाभ ले रहीं महिलाओं में से 60 फीसदी यानि 2.28 लाख महिलाओं की सत्यापन प्रक्रिया पूरी हो चुकी है। उसमें अभी तक 25 हजार से अधिक यानि 10.96 फीसदी महिलाएं इस पेंशन की पात्रता को पूरी नहीं करती है।
अपात्रता का कारण बहुत सी महिलाओं ने दूसरी शादी कर ली है। कुछ महिलाएं दिए गए पते पर रहती ही नहीं हैं। पेंशन पा रही ऐसी महिलाएं भी मिली हैं, जो आर्थिक रूप से कमजोर श्रेणी में आती ही नहीं है। अधिकारियों ने बताया कि बची हुई 40 फीसदी महिलाओं की सत्यापन प्रक्रिया अब भी जारी है। महिला एवं बाल विकास विभाग के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि दो महीने से संकटग्रस्त महिलाओं को पेंशन जारी नहीं होने का एक बड़ा कारण यह सत्यापन प्रक्रिया भी रही है। क्योंकि अपात्र महिलाओं को लाभार्थियों की सूची से बाहर करना था।
अब 25 हजार महिलाओं को पेंशन बंद करने का आदेश जारी कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि पश्चिमी, उत्तरी और दक्षिणी पश्चिमी जिले के महिलाओं का पेंशन मंगलवार को जारी कर दिया गया है। बाकी पूर्वी जिला, नई दिल्ली बुधवार को जारी करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। अगले कुछ दिनों में बाकी जिलों की पात्र महिलाओं का पेंशन जारी कर दिया जाएगा। इसे लेकर तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। डाटा अपडेट किया जा रहा है।
सर्वे में ये गड़बड़ियां मिलीं
● महिलाओं ने दूसरी शादी कर ली है, लेकिन पेंशन का लाभ ले रही हैं।
● आर्थिक रूप से कमजोर नहीं हैं, घर में सभी सुविधाएं मौजूद हैं।
● महिलाएं दर्ज पते पर नहीं मिलीं, वह शहर में नहीं है या पता बदल लिया है।
इन पात्र महिलाओं को मिलता है लाभ
● पति की मौत के बाद अकेली रह रही महिलाओं को।
● कमजोर वर्ग की तलाकशुदा महिलाओं को।
● अकेली महिला को जिसकी सालाना आय एक लाख से कम हो।