‘AAP कोई वैचारिक पार्टी नहीं, बल्कि बार्टर सिस्टम’; 15 पार्षदों के इस्तीफे पर उदित राज का तंज
कांग्रेस नेता उदित राज ने दिल्ली में ‘आप’ के कई पार्षदों द्वारा पार्टी से इस्तीफा देकर ‘इंद्रप्रस्थ विकास पार्टी’ नाम से नया दल बनाने पर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि ‘आप’ कोई विचारधारा वाली पार्टी नहीं थी। यह एक बार्टर सिस्टम था। वो पार्षदों और विधायकों के टिकट बेचते थे।

कांग्रेस नेता उदित राज ने दिल्ली में आम आदमी पार्टी (आप) के कई पार्षदों द्वारा पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा देकर ‘इंद्रप्रस्थ विकास पार्टी’ नाम से नया दल बनाने पर तंज कसा है। उन्होंने कहा कि ‘आप’ कोई विचारधारा वाली पार्टी नहीं थी। यह एक बार्टर सिस्टम था। वो पार्षदों और विधायकों के टिकट बेचते थे।
उदित राज ने रविवार को चौंकाने वाले खुलासे करते हुए दावा किया कि ‘आप’ के कुछ पार्षदों को छोड़कर सारे के सारे भाजपा में शामिल हो जाएंगे, अगर भाजपा उन्हें शामिल करने के लिए तैयार हो जाए तो। उन्होंने जोर देकर कहा कि अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली ‘आप’ कोई वैचारिक पार्टी नहीं है।
उदित राज ने कहा, ''मेरे सूत्रों के अनुसार ‘आप’ के दो-चार पार्षदों को छोड़कर, सारे के सारे भाजपा में शामिल हो जाएंगे, यदि भाजपा उन्हें स्वीकार करे तो। सब दरवाजे पर बैठे हुए हैं। यह कोई वैचारिक पार्टी तो थी नहीं। यह बार्टर सिस्टम था। वे पार्षदों और विधायकों के टिकट बेचते थे। इसी तरह उनकी पार्टी में अधिकांश लोग पार्षद बनते थे। वे यहां से पैसा लूटकर गुजरात, पंजाब और गोवा में फेंकते थे और सरकारी टैक्स के पैसे से बिजली और पानी पर छूट देते थे।''
दिल्ली में ‘आप’ के 15 पार्षदों ने नई पार्टी बनाई
बता दें कि, दिल्ली नगर निगम की राजनीति में शनिवार को नया राजनीतिक बदलाव देखने को मिला। ‘आप’ के 15 पार्षदों ने पार्टी से इस्तीफा देने के साथ ही नई पार्टी बनाने का ऐलान कर दिया। आम आदमी पार्टी के ढाई वर्ष तक निगम की सत्ता में रहने के दौरान नेता सदन रहे आदर्श नगर से पार्षद मुकेश गोयल ने 14 पार्षदों के साथ पार्टी छोड़ दी। उन्होंने इसके कई राजनीतिक कारण भी बताए। इसके साथ ही पार्टी के शीर्ष नेतृत्व और निगम से जुड़े मुद्दों के कामकाज को लेकर भी कई सवाल खड़े किए। मुकेश गोयल ने पार्षद हेमचंद गोयल के साथ कॉन्स्टीट्यूशन क्लब में प्रेसवार्ता की। इस दौरान कुल 15 पार्षदों ने ‘इंद्रप्रस्थ विकास पार्टी’ बनाने की घोषणा की। मुकेश गोयल ने कहा कि शनिवार को निगम सचिव कार्यालय बंद होता है। सोमवार को वहां जाकर इस निर्णय और अपनी पार्टी के बारे में अवगत कराया जाएगा। इस उलटफेर के बाद निगम में ‘आप’ के 98 पार्षद रह गए हैं। अब भाजपा के पास 117 पार्षद हैं और कांग्रेस के पास 8 पार्षद हैं। दिसंबर 2022 में नगर निगम चुनाव के समय ‘आप’ के 134 और भाजपा के 104 पार्षद जीते थे।
(हिन्दुस्तान के इनपुट के साथ)