सहमति के बिना नहीं हटेंगे चांदनी चौक समेत दिल्ली के ये बाजार,रेखा गुप्ता ने बताई पूरी बात
मंगलवार शाम दिल्ली सचिवालय में हुई बैठक में बाजारों की समस्याओं और स्थानांतरण के साथ-साथ व्यापार कल्याण बोर्ड के गठन पर भी चर्चा की गई। इसमें चांदनी चौक,सदर बाजार,कश्मीरी गेट समेत कई अन्य बाजार के व्यापारी शामिल हुए।

बाजारों की समस्याओं पर मंथन के लिए मंगलवार को सीएम रेखा गुप्ता ने दिल्ली के विभिन्न बाजारों के व्यापारियों के साथ बैठक की। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा है कि बाजार स्थानांतरित करने के संबंध में व्यापारियों की सहमति के बिना कोई निर्णय नहीं लिया जाएगा।
मंगलवार शाम दिल्ली सचिवालय में हुई बैठक में बाजारों की समस्याओं और स्थानांतरण के साथ-साथ व्यापार कल्याण बोर्ड के गठन पर भी चर्चा की गई। इसमें चांदनी चौक,सदर बाजार,कश्मीरी गेट समेत कई अन्य बाजार के व्यापारी शामिल हुए। फेडरेशन ऑफ सदर बाजार ट्रेडर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश यादव ने बताया कि मुख्यमंत्री के साथ हुई बैठक सकारात्मक रही।
व्यापारियों ने बाजारों को अन्य स्थान पर स्थानांतरित किए जाने की बजाय उनका री-डेवलपमेंट कराए जाने की मांग उठाई। दिल्ली हिंदुस्तानी मर्केंटाइल एसोसिएशन के महासचिव श्रीभगवान बंसल ने बताया कि बैठक में व्यापारियों की ओर से बताया गया कि अगर बाजारों को दूसरे स्थानों पर स्थानांतरित किया गया तो न सिर्फ व्यापार का घाटा होगा, बल्कि ग्राहकों को भी परेशानी होगी। नए स्थान पर बाजार शिफ्ट करने से पहले वहां सड़कों का नेटवर्क, रेल मार्ग से कनेक्टिविटी, सीवर, बिजली, अस्पताल, फायर ब्रिगेड समेत तमाम सुविधाएं उपलब्ध करानी होंगी और यह काम आसान नहीं है।
व्यापारियों ने बताया कि मुख्यमंत्री ने इस संबंध में निर्णय लेने के लिए जल्द ही 11 सदस्यीय कमेटी का गठन करने का आश्वासन लिया है। उन्होंने कहा है कि व्यापारियों के सुझाव पर ही बाजारों के संबंध में निर्णय लिया जाएगा।नागरिक मंच चांदनी चौक नागरिक मंच ने भी बाजार स्थानांतरित करने का विरोध किया। संस्था के महासचिव प्रवीण शंकर कपूर ने कहा कि बिना व्यापार के चांदनी चौक की कल्पना भी बेमानी है। मुगलों का जमाना हो या अंग्रेजों का, चांदनी चौक के गली, कूचे और कटरे देश-विदेश से व्यापार का केंद्र रहे हैं। पूर्व में भी साइकिल मार्केट को झंडेवालान, कागज मार्केट को गाजीपुर शिफ्ट किया गया, लेकिन कोई स्थानांतरण सफल नही हुआ।