दिल्ली चुनाव में कांग्रेस ने खूब उड़ाया पैसा, AAP से 3 गुना से ज्यादा किया खर्च
कांग्रेस ने दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में ‘आप’ के मुकाबले तीन गुना अधिक रकम खर्च की थी, लेकिन फिर भी वह एक भी सीट जीतने में नाकाम रही। दोनों दलों की ओर से चुनाव आयोग के पास दाखिल खर्च के हिसाब से जानकारी निकलकर सामने आई है।

दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में कांग्रेस ने इस बार खूब पैसा बहाया था। चुनाव आयोग (ECI) के पास दाखिल खर्च की डिटेल के अनुसार, कांग्रेस ने आम आदमी पार्टी ('आप') से तीन गुना से भी ज्यादा रकम खर्च की, लेकिन एक भी सीट जीतने में विफल रही। खर्च की डिटेल बुधवार को ECI की वेबसाइट पर अपलोड की गई थी।
‘आप’ और कांग्रेस दोनों ने ही सभी 70 सीटों पर अपने-अपने प्रत्याशी उतारे थे, जिनमें से ‘आप’ 22 सीटें जीतने में कामयाब रही। वहीं, वोट शेयर में वृद्धि के बावजूद कांग्रेस तीसरी बार भी एक भी सीट नहीं जीत पाई।
इस बार चुनाव में कांग्रेस ने जहां 46.18 करोड़ रुपये खर्च किए, जबकि ‘आप’ का कुल खर्च 14.51 करोड़ ही रहा। इन आंकड़ों में पार्टी के मीडिया विज्ञापन और कैंपेन सामग्री और प्रत्याशियोंं द्वारा किया गया खर्च, दोनों शामिल हैं।
कांग्रेस ने कहां कितना किया खर्च
कांग्रेस पार्टी ने मीडिया विज्ञापनों पर करीब 18 करोड़ रुपये खर्च किए, जिसमें बल्क एसएमएस कैंपेन भी शामिल हैं। दिलचस्प बात यह है कि पार्टी ने नेशनल हेराल्ड अखबार प्रकाशित करने वाले एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (AJL) को भी प्रिंट विज्ञापनों के लिए 2.68 करोड़ रुपये का भुगतान किया। कांग्रेस ने कैंपने के दौरान वॉयस ब्रॉडकास्ट और बल्क एसएमएस पर भी 60.49 लाख रुपये खर्च किए। इसके अलावा, कांग्रेस ने पोस्टर, बैज, होर्डिंग, झंडे और अन्य प्रचार सामग्री पर करीब 18 करोड़ रुपये खर्च किए थे।
प्रत्याशियोंं से जुड़े खर्च के मामले में कांग्रेस पार्टी ने 6.05 करोड़ रुपये खर्च किए, जिसमें अखबारों में अपने उम्मीदवारों के आपराधिक इतिहास के बारे में जानकारी प्रकाशित करने के लिए 10.75 लाख रुपये का खर्च शामिल है।
केजरीवाल और सिसोदिया से भी अधिक इस नेता पर खर्च
दूसरी ओर, ‘आप’ ने अपने 23 प्रत्याशियोंं को 2.23 करोड़ रुपये का भुगतान किया, जिनमें से 15 हार गए। इसमें पूर्व मंत्री सत्येंद्र जैन और मनीष सिसोदिया शामिल हैं। जैन ने 23 लाख रुपये और सिसोदिया ने 20 लाख रुपये खर्च किए। केजरीवाल पर 10 लाख रुपये खर्च किए गए, जबकि गोपाल राय पर 24.75 लाख रुपये खर्च किए गए।
‘आप’ ने अपने प्रत्याशियोंं के आपराधिक इतिहास को अखबारों में प्रकाशित करने पर भी 16 लाख रुपये खर्च किए। ‘आप’ का कुल ‘प्रोपेगेंडा खर्च’- जिसमें मीडिया और प्रचार शामिल है 12.1 करोड़ रुपये रहा।
गौरतलब है कि, दिल्ली विधानसभा चुनाव 5 फरवरी 2025 को हुए थे और नतीजे 8 फरवरी को घोषित किए गए थे। भाजपा ने 48 सीटें जीतकर 27 साल के बाद दिल्ली की सत्ता में वापसी की है। वहीं, ‘आप’ महज 22 सीटें ही जीत सकी, जबकि पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल सहित ‘आप’ के कई प्रमुख नेता अपनी सीटें हार गए।