दिल्ली की एक्ट्रेस और उसकी फिल्मों जैसी लव स्टोरी, अब जेल में कटेगी जिंदगी
2018 में अपने ब्यॉयफ्रेंड की पत्नी की हत्या की साजिश रचने की दोषी पाए जाने पर अब उसे उम्रकैद की सजा दी गई है।

26 साल की एक मॉडल जो फिल्मों में प्यार, धोखे और मर्डर की कहानियों में एक्टिंग कर चुकी थी। वह रील और रियल लाइफ के फर्क को भूलकर असल जिंदगी में भी कुछ ऐसे ही किरदार निभाने लगी। 2018 में अपने ब्यॉयफ्रेंड की पत्नी की हत्या की साजिश रचने की दोषी पाए जाने पर अब उसे उम्रकैद की सजा दी गई है।
एंजल गुप्ता और मंजीत सिंह (38) समेत 6 लोगों को इस हत्याकांड का दोषी करार दिया गया है। इन सभी लोगों ने मिलकर मनजीत की पत्नी सुनीता की जान अक्तूबर 2018 में ली थी। अवैध रिश्ते वाले इस जोड़े को उस प्रेम कहानी ने उम्रकैद की सजा तक पहुंचा दिया है, जो अचानक ही एक मुलाकात से शुरू हुई थी।
भारतीय पिता और ब्रिटिश मां की संतान एंजल गुप्ता का नाम कभी शशिप्रभा हुआ करता था। लेकिन बड़े पर्दे के सपनों के लिए उसने अपना नाम एंजल कर लिया था। टाइम्स ऑफ इंडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक, कम बजट वाली कुछ फिल्मों में काम करने के बाद उसने कुछ आइटम सॉन्ग किए, मैगजीन के कवर पेज के लिए पोज दिए और जब मुंबई का ग्लैमर फीका पड़ने लगा तो वह दिल्ली आ गई।
मुलाकात और प्यार, फिल्मों में देखा होगा आपने ऐसा
यहीं उसकी मुलाकात प्रॉपर्टी डीलर मनजीत से हुई, जब वह गुरुग्राम में एक क्लब के बाहर किसी का इंतजार कर रही थी और दो लोगों ने उसे परेशान करना शुरू कर दिया। मनजीत ने उसकी चीख सुनी और उसकी मदद के लिए दौड़ पड़ा। किसी बॉलिवुड फिल्म की तरह ही वह अपने रक्षक को दिल दे बैठी।
शादीशुदा मर्द से रिश्ता
हालांकि, उसे जल्द ही पता चला कि मनजीत पहले से शादीशुदा है। हरियाणा की एक स्कूल टीचर सुनीता उसकी पत्नी थी। दोनों की 16 साल की एक बेट थी। लेकिन यह एंजल को मनजीत से दूर करने के लिए काफी नहीं था। मनजीत की शादीशुदा जिंदगी यहां से बदल गई। वह एंजल को समय देने के लिए परिवार से दूर रहने लगा।
सुनीता को रास्ते से हटाने की कहानी
अंत में एंजल के पिता राजीव जो एक उद्योगपति थे, उन्होंने मनजीत से कहा कि वह कोई एक चुनाव करे, या तो एंजल के साथ जिंदगी बिताए या अपनी पत्नी सुनीता और बेटी के पास चला जाए। इसके बाद दोनों ने सुनीता की हत्या की योजना बनाई।
प्रेमी जोड़े ने राजीव के ड्राइवर से सुपारी किलर की व्यवस्था करने को कहा। उन्होंने डील के लिए 10 लाख रुपये का ऑफर दिया। मनजीत की भूमिका अपनी पत्नी की रूटीन के बारे में बताने की थी। राजीव और दीपक ने सुनीता की रेकी की थी। शूटर्स ने सुनीता को करवा चौथ से एक दिन पहले मारने की कोशिश की। लेकिन एक दुकान पर समोसा खाने की वजह से वह मौका गंवा बैठे। चार दिन बाद उन्होंने सुनीता को बवाना की गलियों में मार डाला।
डायरी ने खोला था राज
सुनीता का पर्स और फोन शव के पास ही पड़ा रहा, इसलिए पुलिस अधिकारियों ने लूट के उद्देश्य से हत्या की आशंका को खारिज किया। पुलिस जब उसके घर पहुंची तो उन्हें तलाशी में एक डायरी मिली जिसमें सुनीता ने अपने पति और एंजल के रिश्ते का जिक्र किया था। पुलिस ने मनजीत को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू की। शुरुआत में उसने कहानियां बुनीं, लेकिन फिर टूट गया और सच कबूल कर लिया।
29 अप्रैल को दिल्ली की रोहिणी कोर्ट ने एंजल, मनजीत, राजीव उनके ड्राइवर दीपक और दो शूटर्स विशाल और शहजाद को दोषी करार दिया। कुछ दिनों बाद एंजल और मनजीत को अदालत ने उम्रकैद की सजा दी।